नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस पर इस साल भर्ती घोटाले का आरोप लगाया गया है. कंपनी ने भर्ती घोटाले को लेकर बड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने 16 कर्मचारी को बाहर कर दिया और साथ ही कंपनी ने 6 वेंडरों पर भी रोक लगा दी है. इस बात की जानकारी बीते दिन […]
नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस पर इस साल भर्ती घोटाले का आरोप लगाया गया है. कंपनी ने भर्ती घोटाले को लेकर बड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने 16 कर्मचारी को बाहर कर दिया और साथ ही कंपनी ने 6 वेंडरों पर भी रोक लगा दी है. इस बात की जानकारी बीते दिन देर शाम को कंपनी ने दी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबित कंपनी द्वारा जांच कार्रवाई में पाया गया कि इस घोटाले में 19 कर्मचारी शामिल थे. इसमें से 16 कर्मचारी को बर्खास्त किया है और तीन कर्मचारी को रिसोर्स मैनेजमेंट यूनिट से बाहर कर (हटा) दिया है. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने कर्मचारी के अलावा कुछ वेंडरों पर भी कार्रवाई की है. टीसीएस कंपनी ने 6 वेंडरों और उनके साथ जुड़े लोगों के बिजनेस को भी रोक दिया है. जब कंपनी ने घोटले को लेकर जांच की तो पता चला कि इन वेंडरों और कुछ कर्मचारी ने मिलकर नौकरियों में धोखाधड़ी कर रहे थे।
टीसीएस कंपनी ने चार महीने पहले इस घोटाले को लेकर जांच शुरू कर दी थी. टीसीएस कंपनी के इस जांच के बारे में प्रमुख मैनेजर को भी पता नहीं चला। टीसीएस कंपनी ने बताया कि वह अपने कॉरपोरेट गवर्नेंस को और बेहतर बनाने के लिए काम करेगी. टीसीएस कंपनी ने यह भी कहा कि यह घोटला कंपनी के साथ नहीं हुआ है और ना ही कंपनी को किसी भी तरह की कोई वित्तीय देनदारी देनी होगी। वहीं इस तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए टीसीएस कंपनी को रिसोर्स मैनेजमेंट टीम में नियमित बदलने और सप्लायर मैनेजमेंट में एनालिटिक्स को बेहतर बनाने की कोशिश करनी होगी।
केंद्र सरकार बनाएगी LGBTQIA+ समुदाय के लिए समिति, जानिए किसकी होगी अध्यक्षता
सेना की महिला अधिकारी अब चलाएगीं तोप और रॉकेट,आर्टिलरी रेजीमेंट में पहले बैच को मिला कमीशन