स्मॉल कैप इन्वेस्टर्स को लग सकता है बड़ा झटका, ओवर-अलोकेट से बचें Small cap investors may face a big shock, avoid over-allocation
नई दिल्ली: स्मॉलकैप शेयरों में जोरदार तेजी के चलते स्मॉलकैप इंडेक्स में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. अप्रैल 2023 से BSE स्मॉलकैप 250 में एकतरफा तेजी देखी जा रही है. लेकिन सेबी रजिस्टर्ड पोर्टफोलियो मैनेजर ने अपने अध्ययन में पाया कि इन स्मॉलकैप कंपनियों की लगातार फ्लैट कमाई के कारण स्मॉलकैप इंडेक्स में गिरावट आ सकती है. कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने 1 दिसंबर 2017 से 11 जुलाई 2024 के बीच की अवधि के आंकड़ों का अध्ययन किया है. कंपनी ने स्मॉल कैप में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी में कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल ने निवेशकों को स्मॉल कैप में ओवर-अलोकेट से बचने की सलाह दी है.
कैपिटलमाइंड (दीपक शेनॉय) ने अपनी एडवाइजरी में कहा, लार्जकैप के अलावा अच्छे स्टॉक भी खरीदना जरूरी है. सिर्फ इंडेक्स खरीदने से काम नहीं चलेगा. यही कारण है कि म्यूचुअल फंडों में बहुत एक्टिव से मैनेज्ड किये जा रहे स्मॉल कैप फंड इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. जबकि एक्टिव लार्जकैप म्यूचुअल फंड इंडेक्स की तरह चलते हैं.
कैपिटलमाइंड ने इन्वेस्टर्स को अपनी सलाह में कहा, हमारा मानना है कि एक विविध पोर्टफोलियो लंबी समय के इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करता है, खासकर स्मॉल कैप के मामले में, इसलिए बेहतर होगा कि या तो म्यूचुअल फंड के जरिए इन्वेस्टमेंट करें या 20 स्मॉल कैप शेयरों का पोर्टफोलियो तैयार करें. जब भी बाजार में गिरावट होगी तो लार्ज कैप शेयरों की तुलना में स्मॉल कैप शेयरों में सबसे ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा, बाजार एक चक्र की तरह चलता है, इसलिए अपने पोर्टफोलियो को पर्याप्त समय देने की जरूरत है. व्यक्ति को बुरे समय में भी डटे रहना चाहिए ताकि जब अच्छे दिन आएं तो बेहतर रिटर्न मिल सके.
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