RIL: रिलायंस के शेयर 52 हफ्तों के हाई पर, 20 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप हासिल करने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी

नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) के शेयर आज 20 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण लक्ष्य को पार करने वाली पहली सूचीबद्ध भारतीय कंपनी बन गई है. साथ ही इस कंपनी के शेयर मंगलवार को 1.89 प्रतिशत बढ़कर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 2,957.80 रुपये पर पहुंच गया है. पिछले […]

Advertisement
RIL:  रिलायंस के शेयर 52 हफ्तों के हाई पर, 20 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप हासिल करने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी

Shiwani Mishra

  • February 13, 2024 1:42 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 months ago

नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) के शेयर आज 20 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण लक्ष्य को पार करने वाली पहली सूचीबद्ध भारतीय कंपनी बन गई है. साथ ही इस कंपनी के शेयर मंगलवार को 1.89 प्रतिशत बढ़कर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 2,957.80 रुपये पर पहुंच गया है. पिछले 2 सप्ताह में ही बाजार पूंजीकरण 1,000 करोड़ रुपये बढ़ गया है, और 29 जनवरी को ये 19 अरब रुपये के स्तर पर पहुंच गया है, और इस साल अब तक भारत के सबसे मूल्यवान स्टॉक की कीमत लगभग 14 प्रतिशत तक बढ़ गई है.

मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति सिर्फ 2024 में ही 12.5 अरब डॉलर से बढ़कर

11 लाख करोड़ रुपये की मार्केट कैप वाली पहली भारतीय कंपनी बनी रिलायंस  इंडस्ट्रीज – News18 हिंदी

रिलायंस इंडस्ट्रीज

बता दें कि रिलायंस के मार्केट कैप में हुई हाल में बढ़ोत्तरी से मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति सिर्फ 2024 में ही 12.5 अरब डॉलर बढ़कर 109 अरब डॉलर भी हो गई है. दरअसल ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक वो सबसे अमीर भारतीय हैं. साथ ही दुनिया के अमीरों की सूची में 11वें नंबर पर पहुंच चुके हैं. दरअसल मुंबई स्थित रिलायंस समूह तेल-से-दूरसंचार क्षेत्र में कारोबार करता है और बाजार में इसकी अपनी एक अलग ही पैठ है.

आरआईएल भारत में सबसे मूल्यवान कंपनी

हालांकि आरआईएल ने अगस्त 2005 में 1 लाख करोड़ रुपये का बाजार पूंजीकरण हासिल किया और नवंबर 2019 में ये 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, लेकिन अब 20 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के साथ ही आरआईएल भारत में सबसे मूल्यवान कंपनी भी बन गई है, और जो टीसीएस (15 लाख करोड़ रुपये), एचडीएफसी बैंक (10.5 लाख करोड़ रुपये), आईसीआईसीआई बैंक (7 लाख करोड़ रुपये), और इंफोसिस (7 लाख करोड़ रुपये) जैसी कई अन्य कंपनियों से काफी आगे है.

दिसंबर 3 महीने के लिए आरआईएल के वित्तीय परिणाम बाजार की उम्मीदों के अनुरूप रहे है, और रखरखाव गतिविधियों के कारण कंपनी का O2C EBITDA तिमाही के आधार पर 14% कम होकर 140.6 बिलियन तक गिर गया है. बता दें कि जियो का EBITDA तिमाही आधार 1.4% बढ़कर 142.6 बिलियन रुपये हो गया है और रिटेल का EBITDA तिमाही के आधार पर 8% बढ़कर 62.7 बिलियन रुपये हो गया है.

Sensex Opening Bell: शेयर बाज़ारों में हुई वृद्धि, सेंसेक्स 200 अंक चढ़ा और निफ्टी 21600 के पार

Advertisement