Advertisement
  • होम
  • व्यापार
  • SBI Debit Credit Card Scam: भारतीय स्टेट बैंक एसबीआई के डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड स्कैम का ना हों शिकार, जानें कैसे बचें

SBI Debit Credit Card Scam: भारतीय स्टेट बैंक एसबीआई के डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड स्कैम का ना हों शिकार, जानें कैसे बचें

SBI Debit Credit Card Scam: भारतीय स्टेट बैंक, एसबीआई ग्राहकों को डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड की सुविधा देता है. कार्ड की सुनिधा तो है लेकिन इससे जुड़े कई तरह के जोखिम भी हैं. एसबीआई के नाम पर कई लोग कार्ड धारक को फोन करके उनसे पैसे ऐठने की कोशिश करते हैं. इस तरह के स्कैम के कई लोग शिकार हो चुके हैं. एसबीआई कई बार इस बारे में जानकारी दे चुका है कि बैंक की तरफ से किसी तरह का फोन नहीं किया जाता जिसमें कार्ड धारक की निजी या कार्ड से जुड़ी जानकारी मांगी जाए. जानें कैसे आप भी इस तरह की कॉल का शिकार होने से बच सकते हैं.

Advertisement
SBI Debit Credit Card Scam
  • June 11, 2019 10:00 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. हाल ही में आरटीआई के जवाब में, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने खुलासा किया कि उसने अप्रैल 2018 और दिसंबर 2018 के बीच 1,885 मामलों में 7,951.3 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी पाई थी. एसबीआई भारत का सबसे बड़ा बैंक है इसी के आधार पर धोखेबाज व्यक्ति एक गणना करके अनुमान लगाते हैं कि किस बैंक अकाउंट धारक के साथ धोखाधड़ी की जाए. अपने एजेंडे के साथ आगे बढ़ने के लिए कम से कम एक सक्रिय एसबीआई खाते को ढूंढते हैं. एटीएम कार्ड स्किमिंग और मोबाइल सिम कार्ड स्वैप जैसे घोटाले काफी समय से हो रहे हैं, ये एक ऐसा घोटाला है जो भारत में बहुत आम है.

लोगों के साथ धोखाधड़ी पूरी तरह से एक कॉल के माध्यम से की जाती है और पीड़ित को पता चलने से पहले ही उसका पैसा चला जाता है. जानें वो सब कुछ जो आपको सबसे सामान्य एसबीआई कार्ड घोटाले में से एक के बारे में पता होना चाहिए ताकि आप इससे प्रभावी ढंग से निपटने के लिए तैयार रहें. ध्यान दें कि धोखेबाज हमेशा भोले-भाले उपयोगकर्ताओं को शिकार बनाते हैं. इसी तरह के घोटाले कई और बैंकों के ग्राहकों के साथ भी किए जाते हैं. जैसे एसबीआई बैंक की जानकारी आपको यहां दी जा रही है उसी तरह बाकि बैंक के ग्राहकों के बारे में भी जानकारी प्राप्त करें. इसी प्रक्रिया को बाकि बैंकों के साथ भी दोहराया जा सकता है.

जानें कैसे आती है फर्जी फोन कॉल और कैसे इससे बचें

  • एसबीआई कार्ड धारक के पास एक कॉल आएगी जिसमें दावा किया जाएगा कि वो कॉल बैंक की ओर से है. कॉल करने वाला खुद को बैंक प्रतिनिधि के रूप में पेश करेगा.
  • कॉल करने वाले व्यक्ति के पास उपयोगकर्ता के नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर और ऐसे कई और विवरण हो सकते हैं.
  • पहले वो व्यक्ति को उसकी जानकारी देकर सत्यापित करेगा की वो बैंक से है. फिर कार्ड धारक को यह कहकर डरा देगा कि आपका एसबीआई डेबिट/ क्रेडिट कार्ड ब्लॉक हो जाएगा यदि उसके कहे अनुसार प्रक्रिया को फॉलो नहीं किया गया.
  • कॉलर तब धारक के कार्ड को अनब्लॉक करने के लिए ग्राहक की आईडी या डेबिट/ क्रेडिट कार्ड विवरण मांगता है.
  • कुछ मामलों में, कॉलर बेहतर ऑफर के साथ ग्राहकों को कार्ड को नए डेबिट/ क्रेडिट कार्ड में अपग्रेड करने के लिए कह सकता है.
  • कॉलर तब आपको अपने फोन पर प्राप्त ओटीपी पूछेगा ताकि वो सेवा को सत्यापित कर सके.
  • इस तरह की धोखाधड़ी को विशिंग कहा जाता है.
  • एक विशिंग कॉल की पूरी प्रक्रिया आपके खाते से पैसे ट्रांसफर करने के लिए और आपके ऑनलाइन बैंकिंग खाते को हाईजैक करने के लिए है.
  • अधिकतर यह पैसा विभिन्न राज्यों या देशों में दूरदराज के खातों में स्थानांतरित किया जाता है ताकि धोखाधड़ी का पता लगाना पुलिस के लिए मुश्किल हो.
  • कॉल आमतौर पर एक लैंडलाइन नंबर से आती है. कभी-कभी यह एक मोबाइल नंबर भी हो सकता है.
  • किसी भी समस्या के मामले में, वे आपसे निकटतम बैंक शाखा का दौरा करने के लिए कहेंगे.

पिछले साल एसबीआई ने धोखाधड़ी रिपोर्ट के बाद कुछ कार्डों पर दैनिक निकासी की सीमा को घटाकर 20,000 रुपये कर दिया था. इस साल की शुरुआत में सभी बैंकों ने चिप-आधारित कार्डों को अनिवार्य कर दिया क्योंकि उन्हें धोखाधड़ी का खतरा कम बताया गया है. बैंक द्वारा ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि अपने बैंकिंग विवरण जैसे कार्ड नंबर, लॉगिन-आईडी, सीवीवी या एटीएम पिन को किसी भी कारण से किसी को भी न बताएं.

Employee Provident Fund Online: यूएएन की मदद से आसानी से इस तरह ऑनलाइन चेक करें पीएफ बैलेंस

SBI Savings Plus Account: भारतीय स्टेट बैंक में खुलवाना चाहतें हैं नया खाता तो जानिए मिनिमम बैलेंस और ब्याज दर से जुड़ी जरूरी बातें

Tags

Advertisement