नई दिल्ली। भारतीय रुपये में मंगलवार यानी आज पहली बार भारी गिरावट देखने को मिल रही है। डॉलर के मुकाबले रुपये ने पहली बार ओपनिंग में 80 रुपये प्रति डॉलर का निचला स्तर दिखा दिया है. ये मनोवैज्ञानिक स्तर टूटने के कई दिनों से दिख रहे थे लेकिन आज रुपये ने 80 रुपये प्रति […]
नई दिल्ली। भारतीय रुपये में मंगलवार यानी आज पहली बार भारी गिरावट देखने को मिल रही है। डॉलर के मुकाबले रुपये ने पहली बार ओपनिंग में 80 रुपये प्रति डॉलर का निचला स्तर दिखा दिया है. ये मनोवैज्ञानिक स्तर टूटने के कई दिनों से दिख रहे थे लेकिन आज रुपये ने 80 रुपये प्रति डॉलर से नीचे जाकर करेंसी ट्रेडर्स को भारी निराशा में डाल दिया है. इसी के साथ रुपया इस साल 7 फीसदी की भारी गिरावट के साथ कारोबार करता दिख रहा है.
बता दें कि रुपया शुरुआती ट्रेड में 80.01 रुपये प्रति डॉलर के निचले स्तर को छू चुका था जबकि कल ये 79.97 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था. आज रुपये ने 80.05 रुपये प्रति डॉलर का निचला स्तर छू लिया है.
वहीं, मंगलवार यानी आज शुरुआती कारोबार में रुपया 80.05 रुपये प्रति डॉलर के लेवल तक नीचे गिर गया था पर अब इसमें 11 पैसे की तेजी देखी जा रही है. सुबह 9 बजकर 56 मिनट पर डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे की तेजी के साथ 79.94 रुपये प्रति डॉलर पर दिखाई दे रहा है.
दरअसल, ग्लोबल बाजार में कच्चे तेल के दामों में आ रही हालिया बढ़ोतरी और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण भारतीय करेंसी पर दबाव पड़ रहा है और इसका सीधा असर के कारण भारतीय रुपये में लगातार घाटा देखा जा रहा है. वहीं, अमेरिका में 41 सालों के उच्चतम स्तरों पर महंगाई दर के आने के बाद कयास लगए जा रहे हैं कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में एक फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है. इसके असर से डॉलर की मांग बढ़ रही है और इसके मुकाबले रुपये में गिरावट देखी जा रही है.
बीते कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में माना कि एक डॉलर के मुकाबले रुपये में ऐतिहासिक गिरावट सामने आई है. उन्होंने कहा कि , कच्चे तेल में तेजी, रुस यूक्रेन युद्ध वैश्विक फाइनैंशियल हालात में सख्ती के कारण से डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट देखी जा रही है.