नई दिल्ली : आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज 3 दिनों की बैठक के बाद रेपो रेट में बढ़ोत्तरी का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.50% की बढ़ोत्तरी का एलान किया है। आरबीआई की रेपो रेट अब 5.4% से बढ़कर 5.9% हो गई है। देश में लगातार बढ़ रही महंगाई के ऊपर […]
नई दिल्ली : आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज 3 दिनों की बैठक के बाद रेपो रेट में बढ़ोत्तरी का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.50% की बढ़ोत्तरी का एलान किया है। आरबीआई की रेपो रेट अब 5.4% से बढ़कर 5.9% हो गई है। देश में लगातार बढ़ रही महंगाई के ऊपर काबू पाने के लिए आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ाई गई है।
आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ोत्तरी के एलान तुरंत बाद ही आईसीआईसीआई बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट ( Fixed Deposit) पर ब्याज दर बढ़ा दी है।
बैंक ने यह बढ़ोत्तरी अलग-अलग अवधि के लिए की है। आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के अनुसार 2 करोड़ से कम की रकम निवेश करने पर 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोत्तरी हुई है इसके साथ ही बैंक ने 7 दिन से लेकर 10 साल की अवधि के निवेश पर 3 फीसदी से लेकर 6.10 फीसदी तक ब्याज देने का एलान किया है।
ज्यादा ब्याज दर 3 साल से 5 साल के अवधि वाले फिक्स्ड डिपॉजिट पर दिया जायेगा। बढ़ी हुई ब्याज दर तत्काल रूप से लागू कर दी गई है। ब्याज बढ़ोत्तरी का ज्यादा फायदा सीनियर सिटीजन को मिलने वाला है।
कैसे मिलेगा सीनियर सिटीजंस को फायदा
मान लीजिए किसी सामान्य व्यक्ति ने 3 साल से 5 साल की अवधि के लिए निवेश किया तो बैंक द्वारा उसे 6.10 फीसदी ब्याज दर दी जाएगी। वही अगर सीनियर सिटीजंस इस अवधि के लिए निवेश करते है तो उन्हें बैंक द्वारा 6.60 फीसदी ब्याज दरें मिलेगी।
महंगे हो जायेगे लोन
इस बढ़ोत्तरी के बाद बैंक हर तरीके के लोन पर ब्याज दर बढ़ा देते है। जिससे लोगो की ईएमआई बढ़ जाती है और इस बढ़ोत्तरी का सीधा असर आम आदमी के जेब पर पड़ता है। आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ाने के पीछे मकसद होता है की बाजार से लिक्विडिटी को कम किया जाए। इसलिए बैंक हर तरीके के निवेश पर ब्याज दर में बढ़ोत्तरी करके लोगो से पैसा समेट लेती है।