नई दिल्ली. टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का आज सुबह 11 बजे वर्ली श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया, उनके अंतिम संस्कार में तमाम लोग शामिल हुए हैं, जिनमें से एक रतन टाटा की सौतेली मां सिमोन टाटा भी थी.
टाटा ग्रुप और साइरस मिस्त्री के बीच हुए विवाद के बाद उनके अंतिम संस्कार में सिमोन टाटा की उपस्थिती काफी मायने रखती है, दरअसल साइरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन के पद से अचानक हटा दिया गया था, जिसके बाद टाटा ग्रुप और मिस्त्री का विवाद अदालत तक पहुंचा था.
साइरस मिस्त्री ने साल 1994 में शापूरजी पलोनजी की ज़िम्मेदारी संभाली थी और साल 2012 में वो टाटा संस के चेयरमैन बने थे, करीब 18 महीनों की खोज के बाद टाटा ग्रुप ने साइरस मिस्त्री को चेयरमैन के पद पर नियुक्त किया था, ये भी बता दें साइरस मिस्त्री टाटा ग्रुप के छठे चेयरमैन थे. लेकिन साल 2016 में उन्हें अचानक पद से हटा दिया गया था, जिसके बाद ये मामला अदालत तक पहुंचा था.
54 वर्षीय साइरस मिस्त्री भारतीय मूल के सबसे सफल और ताकतवर कारोबारियों में से एक पलोनजी शापूरजी मिस्त्री के बेटे थे, एशिया, अफ्रीका और भारत समेत कई देशों तक उनका कारोबार फैला हुआ है. पलोनजी शापूरजी के दो बेटे और दो बेटियां हैं, बड़े बेटे का नाम शापूर मिस्त्री है और साइरस मिस्त्री छोटे बेटे थे, उनकी दो बहनें भी हैं जिनका नाम लैला और अल्लू हैं. अल्लू की शादी रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा से हुई है और नोएल टाटा की मां सिमोन टाटा हैं, इस तरह साइरस मिस्त्री और रतन टाटा एक दूसरे के रिश्तेदार थे.
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