PMC Bank Cash Withdrawal Limit Crisis, Punjab And Maharashtra Bank me Aarthik Sankat: पंजाब एंड महाराष्ट्र बैंक में आए आर्थिक संकट के पीछे एचडीआईएल कंपनी को दिए गए 2500 करोड़ रुपये के लोन का भुगतान न होने की वजह बताई जा रही है. मंगलवार को आरबीआई ने पीएमसी बैंक पर प्रतिबंध लगाते हुए खाताधारकों को अगले 6 महीने तक 1,000 रुपये से ज्यादा राशि निकालने पर रोक लगाई थी. बताया जा रहा है कि पीएमसी बैंक का एनपीए पिछले एक साल में दोगुना हो गया है और बैंक को लगातार आर्थिक नुकसान हो रहा है.
नई दिल्ली. वैश्विक आर्थिक मंदी के इस दौर में पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक वित्तीय संकट से जूझ रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक, आरबीआई ने मंगलवार को छह महीने तक पीएमसी बैंक से पैसों का लेनदेन करने पर बड़ी रोक लगा दी है. बताया जा रहा है कि पीएमसी बैंक ने रियल एस्टेट कंपनी एचडीआईएल को 2500 करोड़ का लोन दिया था, इस कंपनी के दिवालिया होने के कारण लोन का भुगतान न हो पाया है जिस कारण पीएमसी बैंक को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है और बैंक में आर्थिक संकट की स्थिति पैदा हो गई है.
आरबीआई ने मंगलवार को पीएसबी बैंक में लेनदेन पर प्रतिबंध लगाया. अगले 6 महीने तक पीएमसी बैंक के खाताधारक तक अपने खाते से 1,000 रुपये से ज्यादा की राशि नहीं निकाल सकेंगे. यह प्रतिबंध बैंक के सभी प्रकार के बचत, चालू और अन्य जमा खातों पर लगाई गई है.
35 साल पुराने पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक के खिलाफ आरबीआई द्वारा सख्त कदम उठाए जाने पर पूरे बैंकिंग सेक्टर में खलबली मच गई है. साथ ही बैंक के खाताधारक सबसे ज्यादा परेशान हुए हैं. बैंक में जमा उनके पैसे अगले 6 महीने तक नहीं निकाल सकने की स्थिति में ग्राहकों को दूसरे विकल्पों के बारे में सोचना पड़ रहा है.
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक पीएमसी बैंक पर 2500 करोड़ रुपये का एनपीए (नॉन पर्फॉर्मिंग एसेट) आ गया है. कंपनी ने एडीआईएल कंपनी को 2500 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था जिसे वह कंपनी चुकाने में असफल रही है.
एनपीए बढ़ने से कंपनी के लाभ में कमी आ गयी है. हालांकि पीएमसी बैंक 1,000 करोड़ रुपये का कैश रिजर्व रखा हुआ है. पीएमसी बैंक की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इस साल बैंक के शुद्ध लाभ में 1.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी. वहीं बैंक का एनपीए दोगुना हो गया.