दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की कंपनी टेस्ला, भारत में अपने कदम रखने के इंतजार में है। हालांकि, भारत सरकार
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की कंपनी टेस्ला, भारत में अपने कदम रखने के इंतजार में है। हालांकि, भारत सरकार इस बात का खास ख्याल रख रही है कि यहां की घरेलू इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) कंपनियों को किसी भी तरह का नुकसान न हो। इसी बीच, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने टेस्ला की एंट्री को लेकर अहम संकेत दिए हैं।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल का बाजार काफी तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि घरेलू और विदेशी दोनों कंपनियां भारत में निवेश करने के लिए तैयार हैं। TATA और महिंद्रा जैसी भारतीय कंपनियों ने न सिर्फ यहां मैन्युफैक्चरिंग की, बल्कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को लोकप्रिय बनाने में भी बड़ा योगदान दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बात को बखूबी समझते हैं कि आने वाला समय इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का है और इसके लिए उन्होंने कई कदम उठाए हैं।
पीयूष गोयल ने बताया कि TATA और महिंद्रा जैसी कंपनियों ने भारत को गर्व के पल दिए हैं। ‘मेक इन इंडिया’ के तहत उठाए गए कदमों की वजह से इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में अच्छी ग्रोथ देखी जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी की सोच और विजन ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में मदद की है, जिससे आम जनता को भी इसका फायदा मिल सके।
टेस्ला को लेकर पूछे गए सवाल पर पीयूष गोयल ने कहा कि कई विदेशी कंपनियां, जिनमें टेस्ला भी शामिल है, भारत आकर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का निर्माण करना चाहती हैं। सरकार इन कंपनियों को यहां आकर अपना कारोबार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। टेस्ला को भी अन्य कंपनियों की तरह समान मौके दिए जाएंगे, ताकि वह भारतीय बाजार में अपनी जगह बना सके और यहां की बड़ी मार्केट का फायदा उठा सके।
पीयूष गोयल ने यह भी बताया कि सरकार ने नई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी लाई है, जिससे कंपनियों को भारत में व्यापार करने में आसानी हो। इसके तहत:
1. सब्सिडी: ईवी मेकर कंपनियों को सब्सिडी दी जाएगी, ताकि वे यहां आकर मैन्युफैक्चरिंग कर सकें और सब्सिडी का फायदा उठाएं।
2. कम इंपोर्ट ड्यूटी: कंपनियों को भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स आयात करने का विकल्प भी दिया जा रहा है, जिससे वे कम इंपोर्ट ड्यूटी पर गाड़ियां लाकर भारतीय बाजार में बेच सकें। इससे न सिर्फ देश में ईवी का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा, बल्कि सस्ती ईवी गाड़ियों की संख्या भी बढ़ेगी।
टेस्ला की एंट्री का इंतजार कर रहे लोगों के लिए यह एक बड़ा संकेत है कि आने वाले समय में इस पर बड़ी खबर मिल सकती है।
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