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UPI लाइट से भुगतान की सीमा बढ़ी, 5 लाख तक भर सकेंगे टैक्स

नई दिल्ली : आजकल हर कोई छोटे से छोटे भुगतान के लिए UPI या UPI लाइट का इस्तेमाल करता है। UPI के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने UPI लाइट के जरिए भुगतान की सीमा बढ़ा दी है। बैठक में UPI लाइट वॉलेट की सीमा 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये […]

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RBI Governor Shaktikant Das
  • October 9, 2024 4:10 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली : आजकल हर कोई छोटे से छोटे भुगतान के लिए UPI या UPI लाइट का इस्तेमाल करता है। UPI के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने UPI लाइट के जरिए भुगतान की सीमा बढ़ा दी है। बैठक में UPI लाइट वॉलेट की सीमा 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दी गई है। वहीं, UPI 123Pay से लेनदेन की सीमा 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी गई है। यानी अब आप UPI लाइट वॉलेट से 5,000 रुपये तक का भुगतान कर सकते हैं।

UPI 123Pay का फीचर

UPI 123Pay फीचर फोन यूजर्स के लिए एक इंस्टेंट पेमेंट सिस्टम है, जो सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से UPI पेमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं। UPI 123Pay के जरिए फोन यूजर्स चार टेक्नोलॉजी ऑप्शन के आधार पर अलग-अलग तरह के लेनदेन कर सकते हैं। इनमें आईवीआर नंबर पर कॉलिंग, फीचर फोन में ऐप फंक्शनैलिटी, मिस्ड कॉल-बेस्ड और प्रॉक्सिमिटी साउंड बेस्ड पेमेंट शामिल हैं।

क्या टैक्स भर सकते है ?

यूपीआई के जरिए 5 लाख रुपये तक टैक्स चुका सकते हैं। इसके अलावा रिजर्व बैंक ने यूपीआई के जरिए टैक्स चुकाने की सीमा भी बढ़ा दी है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अब यूपीआई के जरिए टैक्स चुकाने की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रति ट्रांजैक्शन की जा रही है। यूपीआई का इस्तेमाल और बढ़ेगा।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2028-29 तक यूपीआई पर कुल ट्रांजैक्शन 439 बिलियन हो जाएंगे जो अभी 131 बिलियन है। इससे पता चलता है कि डिजिटल पेमेंट में 91 फीसदी उछाल आने की संभावना है। एनबीएफसी को लेकर की गई यह घोषणा आरबीआई ने नॉन-बिजनेस फ्लोटिंग रेट लोन को लेकर बैंकों और एनबीएफसी के लिए नई गाइडलाइन भी जारी की है।

NBFC गाइडलाइन क्या है ?

उन्होंने कहा कि बैंक और एनबीएफसी नॉन-बिजनेस फ्लोटिंग रेट लोन पर फोरक्लोजर चार्ज और प्रीपेमेंट पेनाल्टी नहीं लगा सकते। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि बैंकों और एनबीएफसी की वित्तीय स्थिति मजबूत है। बैंकों और एनबीएफसी को व्यक्तिगत स्तर पर अपने जोखिम का आकलन करना चाहिए। हालांकि, कुछ एनबीएफसी की ग्रोथ को लेकर चिंता है।

 

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