LPG Cylinder Price Hike, Bina Subsidy wala LPG Gas Cylinder hua mehnga: आज से गैर-सब्सिडाइज्ड यानि की बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर और महंगे हो गए हैं. सरकार एक वर्ष में प्रत्येक घर में 14.2 किलो के 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है. उपभोक्ता को अतिरिक्त खरीद के लिए बाजार मूल्य का भुगतान करना पड़ता है. सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सब्सिडी की राशि महीने-महीने बदलती रहती है. जानें क्या है कीमत एलपीजी गैस सिलेंडर की नई कीमत.
नई दिल्ली. LPG Cylinder Price Hike: 1 नवंबर 2019 से गैर-सब्सिडाइज्ड यानि बिना सब्सिडी के एलपीजी या रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि की गई. इसके बाद ये कीमतों में तीसरी सीधी मासिक वृद्धि है. दिल्ली और मुंबई में बढ़ोतरी 76.5 रुपये प्रति सिलेंडर के आस-पास रही. इंडेन के तहत एलपीजी की आपूर्ति करने वाले इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, 1 नवंबर से बिना सब्सिडी वाले एलपीजी दरों को संशोधित करके दिल्ली में प्रति सिलेंडर 681.5 रुपये और मुंबई में 651 रुपये कीमत कर दी गई है. इंडियन ऑयल की वेबसाइट iocl.com के अनुसार, अक्टूबर में कीमतें प्रति सिलेंडर दिल्ली में 605 रुपये और मुंबई में 574.5 रुपये प्रति सिलेंडर थी.
वहीं कोलकाता और चेन्नई में, गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी की दरों में प्रत्येक सिलेंडर पर 76 रुपये की वृद्धि की गई है. इसके बाद प्रति सिलेंडर कोलकाता में 706 रुपये और चेन्नई में 696 रुपये प्रति सिलेंडर की कीमत है. इंडियन ऑयल के अनुसार, 1 नवंबर से 19 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमतों को संशोधित करके दिल्ली में प्रति यूनिट 1,204.00 रुपये और मुंबई में 1,151.50 रुपये कर दिया गया है. रसोई गैस की कीमतों में दिल्ली में प्रति सिलेंडर 107 रुपये और मुंबई में 105 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई है. कीमतों में ये वृद्धि अगस्त से अब तक हुई है. यानि कि पिछले तीन महीनों में दिल्ली में सिलेंडर की कीमतों में 18.62 प्रतिशत और मुंबई में 19.12 प्रतिशत की वृद्धि रही.
वर्तमान में, सरकार एक वर्ष में प्रत्येक घर में 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है. इससे ज्यादा सिलेंडर की खपत पर उपभोक्ता को बाजार मूल्य पर अतिरिक्त खरीदारी करनी होती है. सरकार द्वारा प्रति वर्ष 12 सिलेंडरों के कोटे पर दी जाने वाली सब्सिडी की राशि महीने-दर-महीने बदलती रहती है. औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क एलपीजी की कीमतों और विदेशी विनिमय दरों में बदलाव जैसे कारक सब्सिडी की राशि निर्धारित करते हैं. गैर-सब्सिडाइज्ड सिलेंडरों की बढ़ती कीमत से कम आय को लोगों को प्रभाव कम पड़ता है. गैर सब्सिडी के सिलेंडर ज्यादा खपत पर ही खरीदे जाते हैं.
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