मुंबई: बेटियां अब बेटों से किसी भी मामले में कम नहीं हैं। वो जमाना चला गया जब पिता की संपत्ति पर इकलौता अधिकार बेटे ही जमाते थे। अब जमाना काफी हद तक बदल गया है और इस बदलाव की बयार दिग्गज कॉरपोरेट समूहों में भी देखने को मिल रही है। बेटियों के हाथों में कारोबार […]
मुंबई: बेटियां अब बेटों से किसी भी मामले में कम नहीं हैं। वो जमाना चला गया जब पिता की संपत्ति पर इकलौता अधिकार बेटे ही जमाते थे। अब जमाना काफी हद तक बदल गया है और इस बदलाव की बयार दिग्गज कॉरपोरेट समूहों में भी देखने को मिल रही है। बेटियों के हाथों में कारोबार की कमान दी जा रही है। भारत के बड़े बिजनेसमैन मुकेश अंबानी ने भी आज इसकी शानदार मिसाल पेश की है।
मुकेश अंबानी ने बेटी ईशा अंबानी के हाथों में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के रिटेल कारोबार का अधिकार सौंपा है। खबर है कि सोमवार को रिलायंस की 45वीं एजीएम में मुकेश अंबानी ने ईशा का परिचय ग्रुप के रिटेल कारोबार की नेता के तौर पर कराया। यह वाकया वाकई लाखों करोड़ों के दिलों में घर कर गया। आपको बताते चलें कि इस ऐलान के साथ मुकेश अंबानी ने बड़ा मैसेज भी दिया है। दरअसल, यह पितृ सत्ता प्रधान समाज को भी चुनौती देता है। मुकेश अंबानी ने साफ कर दिया कि उनके कारोबार के बटवारे में बेटी का अधिकार भी उतना ही है जितना कि दो बेटों अनंत और आकाश का है।
रिलायंस की वार्षिक आमसभा की बैठक में ईशा को रिलायंस के रिटेल कारोबार के मुखिया के तौर पर पेश किया गया। बता दें, अंबानी ने ईशा को रिटेल कारोबार के बारे में बोलने के लिए मंच पर बुलाया। इसी दौरान अंबानी ने ईशा को रिटेल कारोबार का नेता बताया। कहा जाए तो इस तरह मुकेश अंबानी ने अपने सक्सेशन प्लान को भी साफ कर दिया। यानी कि इससे साफ़ हो गया है कि इस बड़ी विरासत में बेटी को भी बेटों जितना ही हक मिलेगा।आपको बता दें, मुकेश अंबानी 65 साल के हैं। उनके तीन बच्चे ईशा अनंत और आकाश है. ईशा अंबानी की शादी पीरामल ग्रुप के आनंद पीरामल से हुई है।