नई दिल्ली : इस साल अलग-अलग कारणों से दूध के दामों में कुल 4 रूपए का उछाल आया है. बाकी चीज़ों के बढे दामों के बीच आम आदमी की परेशानी और भी बढ़ गई है. अमूल और मदर डेयरी दोनों ही कंपनियों ने अपने-अपने दूध के दामों को बढ़ा दिया है. इस स्थिति में भी […]
नई दिल्ली : इस साल अलग-अलग कारणों से दूध के दामों में कुल 4 रूपए का उछाल आया है. बाकी चीज़ों के बढे दामों के बीच आम आदमी की परेशानी और भी बढ़ गई है. अमूल और मदर डेयरी दोनों ही कंपनियों ने अपने-अपने दूध के दामों को बढ़ा दिया है. इस स्थिति में भी देश का एक शहर ऐसा है जहां अब तक दूध उसी दाम में यानी सस्ता मिल रहा है.
लागत बढ़ने का हवाला देते हुए देश की प्रमुख डेयरी कंपनियांयों ने पिछले पांच महीने में दो बार दूध के खुदरा दाम बढ़ा दिए हैं. दूध बेचने वाली प्रमुख कंपनियों अमूल (Amul) और मदर डेयरी (Mother Dairy) ने बीते पांच महीने में दूध के दाम करीब 8 फीसदी बढ़ाए. इसका प्रभाव दिल्ली (Delhi), मुंबई (Mumbai) समेत देश के कई बड़े व छोटे शहरों में दिखाई दे रहा है. हालांकि आज भी एक ऐसा शहर है जहां आपको दूध के वही पुराने दाम देखने को मिलेंगे. आपको ये जानकार हैरानी होगी कि ये शहर और कोई नहीं बल्कि भारत के दक्षिणी राज्य कर्नाटक (Karnataka) की राजधानी बेंगलुरु (Bengaluru) है. जहां रहने वाले लोगों को अभी भी काफी सस्ते रेट में दूध मिल रहा है.
दरअसल बेंगलुरु में फूल क्रीम दूध अभी भी 46 रुपये प्रति लीटर है. यानी अन्य शहरों की तुलना में यहां दूध की कीमत 15 रुपये प्रति लीटर सस्ती है. इसी तरह टोन्ड मिल्क इस शहर में 38 रुपये लीटर मिल रहा है, जो अन्य शहरों की तुलना में 13 रुपये लीटर कम है. दरअसल कर्नाटक सरकार 2008 से ही डेयरी यूनियंस को दूध के खरीद की दर पर इन्सेंटिव देती है. सबसे पहले येदियुरप्पा सरकार ने इसकी शुरुआत की थी जब 02 रुपये प्रति लीटर इंसेंटिव दिया जाता था. 2013 में कांग्रेस की सरकार ने इसे बढ़ाकर 05 रुपये कर दिया था. बाद में जब येदियुरप्पा फिर से मुख्यमंत्री बने तो इन्सेंटिव को बढ़ाकर 06 रुपये कर दिया गया.
बिहार में अपना CM चाहती है भाजपा, नीतीश कैसे करेंगे सियासी भूचाल का सामना