आसमान छूती महंगाई, कमजोर उपभोक्ता मांग और बैंकों द्वारा असुरक्षित ऋण देने पर आरबीआई की सख्ती के कारण गोल्ड लोन की तुलना में अन्य पर्सनल लोन लेने के मामलों में गिरावट आई है.
नई दिल्ली: बैंकों के पास सोने के आभूषण गिरवी रखकर गोल्ड लोन लेने के मामलों में तेज बढ़ोतरी देखी जा रही है. चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले सात महीनों में 18 अक्टूबर 2024 तक बैंकों से गोल्ड लोन लेने के मामलों में 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. आसमान छूती महंगाई, कमजोर उपभोक्ता मांग और बैंकों द्वारा असुरक्षित ऋण देने पर आरबीआई की सख्ती के कारण गोल्ड लोन की तुलना में अन्य पर्सनल लोन लेने के मामलों में गिरावट आई है.
बैंकिंग क्षेत्र के (RBI) ने 29 नवंबर 2024 को बैंकों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों को दिए गए ऋण का डेटा जारी किया है. RBI के उसी डेटा के अनुसार, 18 अक्टूबर 2024 तक बैंकों का बकाया गोल्ड लोन बढ़ गया है. 56% से 1.54 लाख करोड़ रुपये तक बढ़कर हो गया है. जबकि पिछले साल इसी समय में बैंकों के गोल्ड लोन में सिर्फ 13% की बढ़ोतरी हुई थी. विशेषज्ञों के मुताबिक गोल्ड लोन लेने के मामलों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी वित्तीय संकट या आपातकाल के दौरान देखी जाती है,लेकिन इसका एक दूसरा कारण भी है.
गोल्ड लोन की संख्या में तेज वृद्धि का कारण सोने की कीमतों की उछाल से भी है. इसी साल 2024 में सोने की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिली है. 2023 की दिवाली से लेकर 2024 की दिवाली तक सोने की कीमतों में करीब 30% की बढ़ोतरी देखी गई है. साल 2023 की दिवाली के दौरान सोना 60,282 रुपये प्रति 10 ग्राम पर उपलब्ध था, जिसकी कीमत 78173 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गई है. सोने की कीमतों में तेज उछाल के कारण गोल्ड लोन लेने के मामले भी बढ़ गए हैं. बैंक उपभोक्ता को सोने के आभूषणों की कुल कीमत (लोन-टू-वैल्यू) का 60 से 65 प्रतिशत तक गोल्ड लोन देते हैं.
पूर्व बैंकर और वॉयस ऑफ बैंकिंग के संस्थापक अश्विनी राणा का कहना है की, ‘बैंकों में गोल्ड लोन लेने का चलन बढ़ा है. इसका एक बड़ा कारण सोने की कीमतों में बढ़ोतरी है जिसके कारण ग्राहकों को अधिक लोन मिलता कोई परेशानी नहीं होती है. बैंक ग्राहकों को आसानी से गोल्ड लोन दे देते हैं क्योंकि यह लोन सोने के आभूषणों के बदले दिया जाता है. यह बैंकों के लिए एक सुरक्षित ऋण है क्योंकि ऋण की गारंटी होती है. उन्होंने बताया कि, यही वजह है कि गोल्ड लोन की मांग बढ़ी है.
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