नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ ने हाल ही में विश्व आर्थिक आउटलुक (WEO) का नया अपडेट जारी किया है। इस अपडेट के अनुसार, 2024 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि का लगभग आधा हिस्सा भारत और चीन की वृद्धि से होगा। इन दोनों देशों की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक वृद्धि को मजबूती प्रदान करेंगी।
गीता गोपीनाथ ने कहा कि प्रमुख उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि अब अधिक संरेखित है। यूरो क्षेत्र की वृद्धि में तेजी आई है, जो पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। इसके विपरीत, अमेरिका एक मजबूत वर्ष के बाद ठंडक के संकेत दिखा रहा है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था में कुछ सुस्ती देखने को मिल रही है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था के संतुलन को प्रभावित कर सकती है।
New WEO update: Growth in India & China will account for almost half of global growth in 2024. Growth in major advanced economies is more aligned: euro area growth picks up as the US shows signs of cooling after a strong year. Read here: https://t.co/LQe1ZD2sOR pic.twitter.com/IyjWgBFv68
— Gita Gopinath (@GitaGopinath) July 16, 2024
भारत और चीन की मजबूत वृद्धि से वैश्विक अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ मिलेगा। दोनों देशों की आर्थिक गतिविधियों में तेजी से न केवल एशिया बल्कि पूरे विश्व को मजबूती मिलेगी। उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि की संरेखण से वैश्विक आर्थिक स्थिरता को बल मिलेगा, जिससे वैश्विक बाजारों में विश्वास बढ़ेगा।
गीता गोपीनाथ का यह अपडेट बताता है कि 2024 में वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में भारत और चीन का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। दोनों देशों की आर्थिक नीतियों और वृद्धि की दिशा वैश्विक विकास को निर्धारित करेगी। वहीं, उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि की संरेखण से वैश्विक आर्थिक स्थिरता और समृद्धि को बल मिलेगा।
यह WEO अपडेट दर्शाता है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के संतुलन और वृद्धि के लिए भारत और चीन जैसे उभरते बाजारों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। उन्नत और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग और समन्वय वैश्विक आर्थिक विकास को गति देने में मददगार साबित होगा।
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