September 20, 2024
  • होम
  • How To Get Personal Loan Easily: पर्सनल लोन आसानी से पाने के लिए इन नियमों की जानकारी जरूरी, तभी फायदा

How To Get Personal Loan Easily: पर्सनल लोन आसानी से पाने के लिए इन नियमों की जानकारी जरूरी, तभी फायदा

  • WRITTEN BY: Aanchal Pandey
  • LAST UPDATED : November 29, 2019, 3:17 pm IST

नई दिल्ली. पर्सनल लोन, व्यक्तिगत खर्चों को पूरा करने के लिए बैंक या गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी, एनबीएफसी से लिया गया कर्ज होता है. यह असुरक्षित है क्योंकि इसके बदले में कुछ देना नहीं होता और इसपर लगने वाला ब्याज दर भी सबसे ज्यादा होता है. एक पर्सनल लोन को आय, रोजगार, क्रेडिट इतिहास और उधारकर्ता की चुकाने की क्षमता जैसे कारकों के आधार पर मंजूरी दी जाती है. एक पर्सनल लोन का उपयोग कुछ लोग अपनी यात्रा की लागत और शादी के खर्चों को करने के लिए करते हैं, जबकि अन्य चिकित्सा आकस्मिकताओं, व्यावसायिक उपक्रमों और घर के रेनोवेशन के लिए धन का उपयोग कर सकते हैं. ये पांच साल के लिए दिया जाता है. पर्सनल लोन पर ब्याज दर या तो फिक्स्ड है या फ्लोटिंग है. इससे जुड़े अन्य नियमों की जानकारी नीचे देख सकते हैं.

  • क्रेडिट स्कोर: पर्सनल लोन मिलने के लिए ग्राहक का क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए. क्योंकि क्रेडिट स्कोर पिछले क्रेडिट इतिहास के बारे में एक उधारकर्ता की कर्ज चुकाने की क्षमता को मापता है. अधिक क्रेडिट स्कोर से बेहतर लोन मिलने की संभावना है. जिसका सिबिल क्रेडिट स्कोर 760 से अधिक है उन्हें आसानी से लोन मिल जाता है.
  • बकाया कर्ज करें सीमित: डेट-टू-इनकम अनुपात यानी सकल मासिक आय पर आधारित होता है कि आप कितना कर्ज ले सकते हैं. किसी को मासिक आय का 40 प्रतिशत से अधिक इस्तेमाल कर्ज का भुगतान करने में नहीं करना चाहिए. उधारकर्ता देखते हैं कि ग्राहक उन्हें वापस भुगतान कर सकें और इस प्रकार कर्ज आवेदन पर निर्णय लेने से पहले डीटीआई चेक करते हैं.
  • कई लोन ना लें: एक के बाद एक कई लोन लेने पर उधार लेने वाले की वित्तीय स्थिति की एक स्पष्ट तस्वीर नहीं दिखाती है. ये कर्ज में डूबे ग्राहक के शुरुआती संकेत है. आप एक उधारकर्ता के रूप में ऐसी स्थिति में नहीं रहना चाहते हैं. प्रत्येक कर्ज अस्वीकृति क्रेडिट स्कोर में गिरावट की ओर जाता है, जिससे भविष्य में क्रेडिट प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है.
  • काम में स्थिरता: व्यक्तिगत आय एक महत्वपूर्ण निर्धारक है. बैंक यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आप कर्ज का भुगतान करने के लिए पर्याप्त धन कमा रहे हैं और भविष्य में आय का प्रवाह स्थिर रहेगा. बार-बार नौकरी बदलने से उधारदाताओं को किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत और वित्तीय स्थिरता के बारे सोचना पड़ता है.
  • लोन एप्लीकेशन का समय: एक लोन एप्लीकेशन अस्वीकार होने के बाद दूसरी लोन एप्लिकेशन के बीच कम से कम 6 महीने का अंतर बनाए रखना एक अच्छा विचार है. यदि किसी कारण से ऋण आवेदन को अस्वीकार कर दिया जाता है और पर्सनल लोन प्राप्त करना जीवन और मृत्यु का मामला नहीं है, तो यह फिर से कर्ज के लिए आवेदन करने से पहले थोड़ा समय लें.

Also read, ये भी पढ़ें: PF Online Withdrawal Process: अपना पीएफ ऑनलाइन आसानी से कैसे निकालें, प्रोविडेंट फंड क्लेम कैसे करें, जानें पूरी प्रक्रिया

SBI Flexi Deposit Scheme Full Details: एसबीआई की फ्लेक्सी डिपॉजिट स्कीम में मिलने वाले ब्याज दर से लेकर अन्य नियमों की पूरी जानकारी पाएं यहां

SBI Minimum Account Balance: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में फिक्स्ड डिपॉजिट और आरडी खोलने से पहले खाते में न्यूनतम राशि से जुड़े जानें ये नियम

Post Office Recurring Deposit Account: डाकघर में आरडी खाता खुलवाने से पहले जानें ब्याज दर, कितना फायदा, मैच्योरिटी की अवधि और अन्य जरूरी बातें

Tags

विज्ञापन

शॉर्ट वीडियो

विज्ञापन