Government Banks Merger Rules Consumers: सरकारी बैंकों के विलय से आम खाताधारक पर क्या पड़ेगा फर्क, जानें आपके बैंक खाते का क्या होगा

Government Banks Merger Rules Consumers: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 10 सरकारी बैंकों के विलय की घोषणा की है. विलय के बाद 10 बैंक सिर्फ 4 बैंक ही रह जाएंगे. वहीं इसके बाद देश में सिर्फ 12 सरकारी बैंक ही बचेंगे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, ओरिएंटल बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडिकेट बैंक, केनरा बैंक, इंडियन बैंक, इलाहाबाद बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक, कॉरपोरेशन बैंक का विलय करने का एलान किया है. यदि आपका खाता इनमें से एक बैंक में है तो आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि विलय के बाद आपके बैंक खाते का क्या होगा.

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Government Banks Merger Rules Consumers: सरकारी बैंकों के विलय से आम खाताधारक पर क्या पड़ेगा फर्क, जानें आपके बैंक खाते का क्या होगा

Aanchal Pandey

  • August 30, 2019 11:45 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

नई दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को 10 बैंकों के विलय का एलान किया है. उन्होंने बताया कि यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक का पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में विलय किया जाएगा. सिंडिकेट बैंक और केनरा बैंक का विलय होगा. इसी तरह इंडियन बैंक का इलाहाबाद बैंक में विलय होगा. साथ ही यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का भी विलय किया जाएगा. बैंकों के इस महाविलय से देशभर के लाखों बैंक ग्राहक प्रभावित होंगे. यदि आपका इन बैंकों में खाता है तो आपके मन में सवाल उठ रहे होंगे कि विलय के बाद आपके बैंक खाते का क्या होगा? तो इसका जवाब आपको इस आर्टिकल में हम देने की कोशिश कर रहे हैं.

विलय के नियमों के मुताबिक ट्रांसफरी बैंक (जो बैंक विलय के बाद खत्म हो जाएंगे) का पूरा कारोबार और संपत्तियां ट्रांसफरर बैंक (जिस बैंक में विलय हो रहा है) में स्थानांतरित हो जाएगा. बैंकिंग रेग्यूलेशन एक्ट 1949 की धारा 44ए में विलय की प्रक्रिया का जिक्र किया गया है. इस धारा में बैंकों के विलय के सभी नियमों का उल्लेख है.

यदि आपका खाता ऐसे बैंक में है जो विलय के बाद खत्म हो जाएगा तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. विलय के बाद आपका अकाउंट नए बैंक में शिफ्ट हो जाएगा. आपके खाते में जितना पैसा जमा है वो सही सलामत रहेगा. साथ ही ब्याज दर और अन्य नियम विलय के बाद नए बैंक के हिसाब से लागू होंगे.

विलय के बाद बैंक ग्राहकों पर क्या होगा असर-
– अकाउंट नंबर और कस्टमर आईडी में बदलाव होगा.
– नया अकाउंट नंबर और कस्टमर आईडी की जानकारी आपके रजिस्टर्ड ईमेल आईडी और फोन नंबर पर एसएमएस के जरिए भेज दी जाएगी.
– विलय के बाद आप नए बैंक में जाकर भी बैंक खाते की अपनी बदली हुई जानकारी के बारे में पता कर सकेंगे.
– यदि आपका खाता ट्रांसफरी बैंक (जो बैंक विलय के बाद खत्म हो जाएंगे) में है तो वह ट्रांसफरर बैंक (जिस बैंक में विलय हो रहा है) में स्थानांतरित हो जाएगा.
– ट्रांसफरी बैंक की शाखाओं के आईएफएससी कोड भी बदल जाएंगे.
– यदि एक कस्बे या इलाके में ट्रांसफरी और ट्रांसफरर दोनों बैंकों की शाखाएं हैं तो ट्रांसफरी बैंक की शाखा बंद हो जाएगी. यदि आपका अकाउंट उस शाखा में है तो नए बैंक की शाखा में ट्रांसफर हो जाएगा. आप भविष्य में वहीं से आगे का लेनदेन कर सकेंगे.
– बैंक अकाउंट के साथ सभी तरह के एफडी, आरडी और अन्य सेविंग डिपॉजिट अकाउंट भी नए बैंक में स्थानांतरित हो जाएंगे.

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