नई दिल्ली : भारत का हर एक परिवार अपना घर चाहता है। अब आपका सपना मात्र 21 लाख रुपये में पूरा होगा। आप दिल्ली-एनसीआर में अपनी खुद की प्रॉपर्टी के मालिक होंगे। यह मौका यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण लेकर आया है. इसने एक नई हाउसिंग स्कीम लॉन्च की है। अगर आप इस हाउसिंग स्कीम […]
नई दिल्ली : भारत का हर एक परिवार अपना घर चाहता है। अब आपका सपना मात्र 21 लाख रुपये में पूरा होगा। आप दिल्ली-एनसीआर में अपनी खुद की प्रॉपर्टी के मालिक होंगे। यह मौका यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण लेकर आया है. इसने एक नई हाउसिंग स्कीम लॉन्च की है। अगर आप इस हाउसिंग स्कीम में आवेदन करते हैं तो आप भी एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट के पास अपना खुद का घर बना सकेंगे।
सही पढ़ रहें है आप यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण ने सेक्टर-22डी में बिल्ट-अप हाउसिंग लॉन्च की है। इस स्कीम की सबसे अच्छी बात यह है कि लोगों को अपना घर ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर मिलेगा। इसमें 1BHK से लेकर 2BHK फ्लैट और घर शामिल हैं।
यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण की इस स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन 19 सितंबर से शुरू हो चुके हैं। वहीं, इस स्कीम में आवेदन करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2025 है। इस स्कीम के तहत घर की कीमत 21 लाख रुपये से 45 लाख रुपये के बीच रखी गई है।
यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी की हाउसिंग स्कीम के तहत तीन कैटेगरी में मकान मिलेंगे। कुल 1239 मकान मिलेंगे। पहली कैटेगरी अफोर्डेबल हाउसिंग है, इसका सुपर एरिया 29.76 वर्ग मीटर है। इसमें कुल 276 1BHK मकान मिलेंगे। ग्राउंड फ्लोर का बेस प्राइस जहां 23.37 लाख रुपये है, वहीं पहली, दूसरी और तीसरी मंजिल पर फ्लैट की कीमत करीब 20.72 लाख रुपये है। इसके अलावा 2BHK मकानों की दो कैटेगरी बनाई गई है, जिसमें कुल 250 मकान मिलेंगे। इन मकानों का सुपर एरिया 99.85 वर्ग मीटर और कारपेट एरिया 64.72 वर्ग मीटर है। इनकी कीमत 45.09 लाख रुपये तक है।
इस योजना को ‘पहले आओ, पहले पाओ’ की नीति के आधार पर शुरू किया गया है। इस नीति का मतलब है कि आवेदक को उसकी पसंद के आधार पर सीधे मकान आवंटित किया जाएगा। इसके लिए 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है। इसमें बस एक ही दिक्कत है कि जिन लोगों ने पहले से ही यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के तहत किसी आवासीय योजना में आवासीय फ्लैट ले रखा है, उन्हें इस योजना में घर नहीं मिलेगा।इस आवासीय योजना की सबसे खास बात इसकी लोकेशन है। यह योजना सेक्टर 22डी में शुरू की गई है, जो जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बेहद करीब है। आने वाले समय में यह देश और एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा।
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