नई दिल्ली: वर्तमान समय में सामान्य जनता के लिए सोना खरीदना एक सपने की तरह होता जा रहा है। वहीं सोने में निवेश करने वाले लोगों के मन में भी, इसके दाम में लगातार उतार-चढ़ाव होने के कारण चिंता बनी रहती है। इसी बीच आईसीआईसीआई बैंक ग्लोबल मार्केट्स की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें सोने की कीमत आने वाले समय में कितनी हो जाएगी, इसको लेकर बड़े दावे किए गए हैं।
सोने की कीमतों का अनुमान
रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और अमेरिकी नीतियों का असर सोने की कीमतों पर पड़ता रहेगा। वहीं 2025 की पहली छमाही में सोने की कीमतें 87,000 से 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच रह सकती हैं। दूसरी छमाही में इसके 94,000 से 96,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने का अनुमान है। हालांकि, इस साल सोने के 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को छूने की संभावना कम दिख रही है।
निवेश में हुआ इजाफा
सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि से आभूषणों की मांग में गिरावट देखी जा रही है, जबकि निवेश में इजाफा हो रहा है। फरवरी 2025 में गोल्ड ETF में 19.8 अरब रुपये का निवेश हुआ, जो पिछले कुछ महीनों के औसत से अधिक है। इसके साथ ही, विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंक भी अपने स्वर्ण भंडार को बढ़ा रहे हैं, जिससे कीमतों को और मजबूती मिल सकती है।
क्यों बढ़ रहे सोने के दाम
सोने की कीमतों में तेजी के पीछे कई वैश्विक कारक जिम्मेदार हैं। अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 2 अप्रैल से लागू किए जाने वाले पारस्परिक टैरिफ से व्यापारिक तनाव बढ़ सकता है, जिससे सोने की कीमतों में उछाल आने की संभावना है। इसके अलावा, वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के चलते सोने को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, जिससे इसकी मांग बनी रहती है। विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतें दिसंबर 2025 तक 3,200 से 3,400 डॉलर प्रति औंस के बीच रह सकती हैं। साथ ही, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाएं भी सोने को निवेश के लिए अधिक आकर्षक बना सकती हैं।
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