नई दिल्ली: गौतम अडानी के नेतृत्व में अडानी समूह अब भारत से बाहर भी अपने एयरपोर्ट बिजनेस का विस्तार करने जा रहा है। इस बार अडानी समूह ने अफ्रीका के केन्या में एक नई कंपनी बनाई है। अडानी समूह की नई कंपनी का नाम एयरपोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (Airports Infrastructure PLC) रखा गया है। यह कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज की पूरी तरह से स्वामित्व वाली सब्सिडियरी है। केन्या में इस नई कंपनी की स्थापना की जानकारी खुद अडानी एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजारों को दी है।
अडानी एंटरप्राइजेज ने बताया है कि केन्या में एयरपोर्ट बिजनेस में निवेश को लेकर बातचीत जारी है। यह नई कंपनी मुख्य रूप से एयरपोर्ट्स का अधिग्रहण, संचालन और प्रबंधन करेगी। फिलहाल, अडानी समूह केन्या की राजधानी नैरोबी में स्थित एयरपोर्ट में निवेश करने की योजना पर चर्चा कर रहा है।
अडानी समूह पहले से ही भारत में 7 प्रमुख एयरपोर्ट्स का संचालन करता है। इनमें मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अहमदाबाद का सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, लखनऊ का चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, मंगलुरु, जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम के हवाई अड्डे शामिल हैं। इसके अलावा, नवी मुंबई में एक नया एयरपोर्ट भी बन रहा है।
अगर नैरोबी एयरपोर्ट में निवेश को लेकर समझौता हो जाता है, तो यह अडानी समूह का भारत के बाहर पहला एयरपोर्ट होगा। हालांकि, केन्या में इस निवेश के खिलाफ स्थानीय विरोध भी हो रहा है।
केन्या में एयरपोर्ट कंपनी के अलावा, अडानी समूह ने चीन के शंघाई में भी एक नई कंपनी बनाई है, जिसका नाम अडानी एनर्जी रिसॉर्सेज (शंघाई) कंपनी लिमिटेड है। अडानी समूह पहले से ही बंदरगाहों के बिजनेस में भी सक्रिय है और उसने इजरायल और श्रीलंका जैसे देशों में भी निवेश किया है। अडानी समूह का यह अंतरराष्ट्रीय विस्तार उसे एक वैश्विक खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है।
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