नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज यानी 18 अगस्त को अपना 65वां जन्मदिन मना रही हैं। उनका जन्म 1959 में तमिलनाडु के मदुरै जिले में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वर्तमान में वह एनडीए सरकार में लगातार तीसरी बार मंत्री के रूप में कार्य कर रही हैं। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वह देश की रक्षा मंत्री रहीं और दूसरे और तीसरे कार्यकाल में उन्हें वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई।
निर्मला सीतारमण के जन्मदिन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने लिखा, “केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं। निर्मला जी विकास और सुधारों के लिए लगातार कई अहम कदम उठा रही हैं। हम उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं।” इस पर जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने पीएम मोदी का धन्यवाद किया।
निर्मला सीतारमण अपने वित्त मंत्री के कार्यकाल के दौरान कई कड़े और महत्वपूर्ण फैसले लेने के लिए जानी जाती हैं। उनके कुछ बड़े फैसलों पर एक नजर:
निर्मला सीतारमण ने पब्लिक सेक्टर के बड़े बैंकों का विलय करके बैंकिंग सेक्टर में सुधार किया। 2020 में उन्होंने ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का विलय पंजाब नेशनल बैंक में किया। इसके अलावा, सिंडिकेट बैंक का केनरा बैंक में, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का यूनियन बैंक में, और इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में विलय किया गया। यह कदम 1 अप्रैल 2020 से लागू हुआ।
2020 में जब देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था, तब वित्त मंत्री ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की। इसमें 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने से लेकर MSME सेक्टर को आर्थिक मदद भी शामिल थी।
सीतारमण ने ऑनलाइन गेमिंग और गैंबलिंग पर 28% जीएसटी लगाने का फैसला किया। सरकार का मकसद इस क्षेत्र को रेगुलेट कर बच्चों को इसके दुष्प्रभाव से बचाना है। इस फैसले को कई विशेषज्ञों ने सराहा है।
वित्त मंत्री ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (RRBs) को सरकार की योजनाएं, जैसे पीएम जन धन योजना, पीएम स्वनिधि, अटल पेंशन योजना आदि को हर घर तक पहुंचाने का निर्देश दिया। इससे सरकारी योजनाओं का लाभ देश के कोने-कोने में पहुंचा।
2020 में बजट पेश करते हुए उन्होंने नई टैक्स रिजीम की घोषणा की, जिसमें करदाता बिना निवेश किए भी टैक्स में राहत पा सकते हैं। नई रिजीम में 7 लाख रुपये तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं देना होता है। हालांकि, पुरानी टैक्स रिजीम को भी जारी रखा गया है ताकि करदाता अपनी सुविधा के हिसाब से विकल्प चुन सकें।
वित्त मंत्री ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगाने का फैसला किया। उनका यह कदम क्रिप्टो से जुड़े जोखिमों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया था।
निर्मला सीतारमण के इन फैसलों ने न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार किया, बल्कि उनकी छवि को एक मजबूत और प्रभावी नेता के रूप में भी स्थापित किया है। उनके नेतृत्व में देश को आर्थिक मोर्चे पर नई दिशा मिली है।
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