नई दिल्ली, अगस्त के शुरू होने के साथ ही त्योहारी सीजन की भी शुरुआत हो चुकी है, इस सीज़न में खाने के तेल के दाम घट सकते हैं. सरकार ने तेलों के दाम घटाने के लिए अपनी कोशिशें तेज़ कर दी हैं. वहीं, खाद्य तेलों की समीक्षा करने के लिए खाद्य सचिव ने गुरुवार को […]
नई दिल्ली, अगस्त के शुरू होने के साथ ही त्योहारी सीजन की भी शुरुआत हो चुकी है, इस सीज़न में खाने के तेल के दाम घट सकते हैं. सरकार ने तेलों के दाम घटाने के लिए अपनी कोशिशें तेज़ कर दी हैं. वहीं, खाद्य तेलों की समीक्षा करने के लिए खाद्य सचिव ने गुरुवार को खाद्य तेल कंपनियों के साथ बैठक बुलाई है. इस बैठक में सरकार कंपनियों को 10 रुपये तक दाम घटाने के लिए कह सकती है. इससे आम लोगों को फायदा होगा क्योंकि कई महीने से तेलों दाम लगातार ऊंचाई पर बने हुए हैं. हालांकि कुछ दिनों से दामों में कमी देखी जा रही है लेकिन त्योहारी सीज़न में दाम और कम हो सकते हैं.
अगर सरकार खाद्य तेलों के दाम कम करने में सफल रहती है, तो त्योहारी सीजन में आम लोगों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी. वहीं, सरकार इसके लिए खाने के तेल की कीमतों की समीक्षा करेगी. यह मामला संसद में भी उठ चुका है और महंगाई पर सरकार से जवाब माँगा गया था. विपक्ष लगातार इस मुद्दे को संसद के मॉनसून सत्र में उठा रहा है और कई दिनों से हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही भी बाधित चल रही है. माना जा रहा है कि गुरुवार को खाद्य सचिव के साथ बैठक होने के बाद करीब 8 से 10 रुपये खाने का तेल सस्ता हो सकता है.
तेलों के दाम घटाने की तैयारी पहले से ही की जा रही है. सरकार ने कंपनियों से दाम घटाने के लिए पहले भी कहा था, इसका नतीजा ये हुआ कि 200 रुपये लीटर पर बिकने वाला सरसों तेल 160-170 रुपये पर पहुंच गया है. कंपनियां पिछले महीने दामों में 20 से 25 रुपये की कटौती कर चुकी हैं और इसका खुदरा व्यापार पर असर भी पड़ा है. साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी खाने के तेल की कीमतों में कमी आई है जिसका फायदा धीरे-धीरे घरेलू बाजार में देखने को मिल रहा है. विदेशी बाजारों में अपने उच्चतम स्तर से 50 परसेंट तक खाने का तेल सस्ता हुआ है और अब त्योहारी सीज़न में भी इसके दाम में कटौती आने की उम्मीद है.