DMRC को मिली ‘मेक इन इंडिया’ ड्राइवरलेस ट्रेन, जानें सफर के नए आयाम!

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने आज एक नई ड्राइवरलेस ट्रेन का स्वागत किया है, जो यात्रियों के लिए बेहतरीन खबर है।

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DMRC को मिली ‘मेक इन इंडिया’ ड्राइवरलेस ट्रेन, जानें सफर के नए आयाम!

Anjali Singh

  • September 24, 2024 8:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने आज एक नई ड्राइवरलेस ट्रेन का स्वागत किया है, जो यात्रियों के लिए बेहतरीन खबर है। इस नई मेट्रो ट्रेन को अल्स्टॉम कंपनी ने बनाया है और यह ‘मेक इन इंडिया’ पहल का हिस्सा है।

ट्रेन की गति और तकनीक

यह ड्राइवरलेस ट्रेन सेट 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सुरक्षित रूप से चल सकती है। इसके साथ ही, यह 85 किलोमीटर प्रति घंटे तक की ऑपरेटिंग स्पीड पर भी कार्य करने में सक्षम है।

मेट्रो की लाइनों पर दौड़ने वाली नई ट्रेन

यह नई ट्रेन दिल्ली मेट्रो की तीन लाइनों पर चलेगी, जिसमें दो एक्सटेंडेड लाइनें और नई गोल्ड लाइन (लाइन-10) शामिल है। इस नई लाइन की कुल लंबाई लगभग 64.67 किलोमीटर है।

‘मेक इन इंडिया’ का सपना हुआ सच

इस ट्रेन को भारत के श्री सिटी में अल्स्टॉम की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में डिजाइन किया गया है। इसे ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन (जीओए)-4 के तहत ड्राइवरलेस तकनीक से लैस किया गया है।


 DMRC का गर्वित घोषणा

DMRC ने अल्स्टॉम इंडिया के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए बताया कि “गर्व के साथ, हमने 17 RS में पहला अत्याधुनिक, ऊर्जा-कुशल मेट्रो ट्रेनसेट सौंपा है।” यह दिल्ली मेट्रो के बड़े नेटवर्क में एक और मील का पत्थर है।

प्रेस रिलीज से महत्वपूर्ण जानकारी

DMRC की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, इस प्रोजेक्ट की लागत 31.2 करोड़ यूरो है, जिसमें 15 वर्षों की मेंटेनेंस भी शामिल है। यह DMRC द्वारा किसी OEM को दिया गया पहला आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट है।

अधिकारियों की टिप्पणियां

DMRC के प्रबंध निदेशक विकास कुमार ने कहा, “यह दिल्ली मेट्रो परिवार के लिए एक ऐतिहासिक पल है। हमने चौथे फेज के कॉरिडोर को शुरू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।” इसके तहत नए फेज के एक्सटेंशन के लिए ट्रेन के पहले सेट को आंध्र प्रदेश के श्री सिटी से रवाना किया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत कुल 52 ट्रेन सेट की सप्लाई का लक्ष्य रखा गया है। इस नई ड्राइवरलेस ट्रेन से न केवल यात्रियों का सफर आसान होगा, बल्कि यह शहर के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

 

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