आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी ने संकेत दिया कि आने वाले दिनों में ब्याज दरों में कटौती हो सकती है, जिससे निवेशकों में उम्मीद जगी थी। इसके बावजूद
नई दिल्ली: आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी ने संकेत दिया कि आने वाले दिनों में ब्याज दरों में कटौती हो सकती है, जिससे निवेशकों में उम्मीद जगी थी। इसके बावजूद बाजार के आखिरी घंटे में FMCG और एनर्जी शेयरों में बिकवाली के चलते बाजार में गिरावट आ गई। दिन भर की शानदार तेजी के बाद निफ्टी 25,000 के नीचे बंद हुआ। निफ्टी ने अपने दिन के उच्चतम स्तर से 280 अंक और सेंसेक्स 1,000 अंक की गिरावट दर्ज की। हालांकि, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में बढ़त बनी रही।
कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 168 अंक गिरकर 81,467 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 31 अंक की गिरावट के साथ 24,981 पर क्लोज हुआ। हालांकि बाजार में शुरुआत तेजी के साथ हुई थी, लेकिन अंत में एफएमसीजी और एनर्जी शेयरों में बिकवाली का असर दिखा। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी जारी रही।
सेंसेक्स के 30 में से 21 शेयर तेजी के साथ बंद हुए, जबकि 9 में गिरावट दर्ज हुई। निफ्टी के 50 शेयरों में से 29 बढ़त पर और 21 गिरावट पर बंद हुए।
तेजी वाले प्रमुख शेयर:
– टाटा मोटर्स: 2.15%
– टेक महिंद्रा: 1.92%
– मारुति सुजुकी: 1.80%
– एसबीआई: 1.66%
– बजाज फाइनेंस: 1.57%
गिरावट वाले प्रमुख शेयर:
– आईटीसी: 3.08%
– नेस्ले: 2.21%
– रिलायंस: 1.65%
– एचयूएल: 1.47%
– एल एंड टी: 1.13%
सेंसेक्स-निफ्टी में गिरावट के बावजूद बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में उछाल देखने को मिला है। आज के सत्र में निवेशकों की संपत्ति में करीब 3 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ, जिससे बीएसई का कुल मार्केट कैप 462.43 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
1. तेजी वाले सेक्टर: ऑटो, आईटी, फार्मा, रियल एस्टेट, मीडिया, हेल्थकेयर और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में बढ़त देखी गई।
2. गिरावट वाले सेक्टर: एफएमसीजी, बैंकिंग, एनर्जी और ऑयल एंड गैस सेक्टर में दबाव रहा।
आज के कारोबार में मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में सबसे ज्यादा खरीदारी देखने को मिली, जिससे ये सेक्टर हरे निशान पर बंद हुए।
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