टूथपेस्ट से लेकर च्यवनप्राश बनाने वाली मशहूर कंपनी डाबर इंडिया अब दक्षिण भारत में अपनी पहचान और भी मजबूत करने जा रही है।
नई दिल्ली: टूथपेस्ट से लेकर च्यवनप्राश बनाने वाली मशहूर कंपनी डाबर इंडिया अब दक्षिण भारत में अपनी पहचान और भी मजबूत करने जा रही है। कंपनी ने तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले में 400 करोड़ रुपये की लागत से नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की योजना बनाई है। यह डाबर का दक्षिण भारत में पहला प्लांट होगा। इस निवेश से न सिर्फ कंपनी की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि क्षेत्र में हजारों नौकरियों के मौके भी पैदा होंगे।
डाबर इंडिया के मुताबिक, पहले चरण में कंपनी 135 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और अगले पांच सालों में इसे बढ़ाकर 400 करोड़ रुपये किया जाएगा। नया प्लांट तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले के एसआईपीसीओटी तिंडीवनम में स्थापित किया जाएगा। इस प्लांट से डाबर को दक्षिण भारत में अपने कारोबार का विस्तार करने में मदद मिलेगी, जहां फिलहाल उसका 18-20 प्रतिशत बाजार हिस्सा है।
इस बड़े निवेश की घोषणा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, उद्योग मंत्री टी.आर.बी. राजा और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में की गई। गाइडेंस तमिलनाडु के प्रबंध निदेशक विष्णु और डाबर इंडिया के सीईओ मोहित मल्होत्रा ने इस संबंध में समझौते पर हस्ताक्षर किए।
उद्योग मंत्री टी.आर.बी. राजा ने सोशल मीडिया पर लिखा, “डाबर इंडिया का तमिलनाडु में स्वागत है। इस प्लांट से 250 से अधिक डायरेक्ट नौकरियों का सृजन होगा और हजारों इनडायरेक्ट नौकरियां भी मिलेंगी।” उन्होंने यह भी बताया कि इस निवेश से स्थानीय किसानों को अपने कृषि उत्पाद बेचने के नए अवसर मिलेंगे।
डाबर इंडिया के सीईओ मोहित मल्होत्रा ने कहा, “इस नए प्लांट से हम दक्षिण भारत में अपने उत्पादों की बढ़ती मांग को बेहतर तरीके से पूरा कर सकेंगे। साथ ही, हम इस क्षेत्र में अपनी बाजार उपस्थिति को भी मजबूत कर पाएंगे। इसके अलावा, नौकरियों के सृजन और स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं के साथ काम करके हम तमिलनाडु के आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए तत्पर हैं।”
डाबर इंडिया के निदेशक मंडल ने 31 जनवरी को इस नई सुविधा के लिए 135 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी थी। इस प्लांट के शुरू होने से डाबर को दक्षिण भारतीय बाजार में अपनी पकड़ और भी मजबूत करने में मदद मिलेगी।
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