स्विगी के सीएफओ ने इस बात की जानकारी दी है कि कंपनी भविष्य में अपने इंस्टामार्ट की दरों या कमीशन को मौजूदा 15% से बढ़ाकर 20-22% करने जा रही है. इसके साथ ही वह प्लेटफॉर्म पर विज्ञापनों के जरिए कमाई बढ़ाने की भी योजना बना रही है, जो कंपनी के मार्जिन को बढ़ाने में मददगार साबित होगा.
नई दिल्ली: फूड टेक और ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी के ग्राहकों को झटका लगने वाला है. बड़ी संख्या में ग्राहक स्विगी इंस्टामार्ट के जरिए क्विक कॉमर्स से जुड़ी अपनी जरूरतों को पूरा करते हैं जैसे कि किराने का सामान, खाने-पीने का सामान या अन्य घरेलू सामान ऑर्डर करना. अब स्विगी अपने इंस्टामार्ट प्लेटफॉर्म के डिलीवरी चार्ज बढ़ाने पर ध्यान दे रही है. 3 दिसंबर को कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) राहुल बोथरा ने यह जानकारी दी.
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक स्विगी ने यह फैसला अपनी इंस्टामार्ट यूनिट का मुनाफा बढ़ाने के लिए लिया है. राहुल बोथरा ने कहा कि कंपनी के ओवरऑल फीस कंस्ट्रक्शन मॉडल को देखें तो स्विगी के सब्सक्रिप्शन प्रोग्राम और यूजर्स से ली जाने वाली फीस पर एक निश्चित रकम सब्सिडी के तौर पर लगाई जाती है.
समय के साथ डिलीवरी शुल्क में वृद्धि होने की उम्मीद है और इसलिए स्विगी इंस्टामार्ट अपने डिलीवरी शुल्क बढ़ाने की योजना बना रहा है.
स्विगी के सीएफओ ने इस बात की जानकारी दी है कि कंपनी भविष्य में अपने इंस्टामार्ट की दरों या कमीशन को मौजूदा 15% से बढ़ाकर 20-22% करने जा रही है. इसके साथ ही वह प्लेटफॉर्म पर विज्ञापनों के जरिए कमाई बढ़ाने की भी योजना बना रही है, जो कंपनी के मार्जिन को बढ़ाने में मददगार साबित होगा. राहुल बोथरा ने यह नहीं बताया कि ये बदले हुए शुल्क कब से लागू होंगे. स्विगी के वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के नतीजों में इंस्टामार्ट का मुनाफा बढ़कर 513 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 240 करोड़ रुपये था.
अप्रैल 2023 में स्विगी फूड डिलीवरी के लिए 2 रुपये प्रति ऑर्डर चार्ज करती थी, जो अब डेढ़ साल (करीब 18 महीने) में बढ़कर 10 रुपये प्रति ऑर्डर हो गई है, यानी पहले से 5 गुना ज्यादा हो गई है. कंपनी ने कुछ महीने पहले फूड डिलीवरी पर शुल्क बढ़ाया था, जो अभी भी ज्यादा है।
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