Cryptocurrency: नई दिल्ली, Cryptocurrency: बीते दिन बजट 2022 पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल करेंसी को मान्यता देने की बात कही थी लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को इस दायरे से बाहर बताया था. अब वित्त सचिव डॉ. टी. वी. सोमानथन ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन और इथीरियम या नॉन फंजीबल टोकन (NFT) कभी […]
नई दिल्ली, Cryptocurrency: बीते दिन बजट 2022 पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल करेंसी को मान्यता देने की बात कही थी लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को इस दायरे से बाहर बताया था. अब वित्त सचिव डॉ. टी. वी. सोमानथन ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन और इथीरियम या नॉन फंजीबल टोकन (NFT) कभी वैध मुद्रा या लीगल टेंडर घोषित नहीं हो सकते।
वित्त सचिव डॉ. टी. वी. सोमानथन ने साफतौर पर कहा कि बिटकॉइन (Bitcoin) हो या इथीरियम, या एनफटी..ये कभी लीगल टेंडर घोषित नहीं किए जाएंगे. क्रिप्टो एसेट ऐसी संपत्ति है जिसकी कीमत या वैल्यू दो लोगों के बीच निर्धारित होती है. उन्होंने कहा कि आप सोना खरीदें, हीरा खरीदें या क्रिप्टो खरीदें, लेकिन इनके दामों को सरकार कभी ऑथराइज नहीं कर सकती और ना ही इनकी गारंटी तय कर सकती है.
वित्त सचिव सोमनाथन ने आगे लोगों को क्रिप्टो में निवेश से बचने की सलाह देते हुए कहा कि, क्रिप्टो की कोई गारंटी नहीं कि आपका निवेश सफल रहेगा या नहीं. क्रिप्टो में निवेश से अगर किसी को घाटा होता है तो सरकार उसकी जवाबदेह नहीं होती. दूसरी ओर, सरकार अपना डिजिटल करंसी यानि डिजिटल रुपी लाने जा रही है जो निवेश के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित रहेगा.