रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी के बीच 8.5 अरब डॉलर के मर्जर डील पर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने गंभीर सवाल उठाए हैं।
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी के बीच 8.5 अरब डॉलर के मर्जर डील पर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने गंभीर सवाल उठाए हैं। सीसीआई का कहना है कि डिज्नी हॉटस्टार और जियो सिनेमा के विलय से बाजार में प्रतिस्पर्धा का संकट उत्पन्न हो सकता है।
सीसीआई के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, इस मर्जर से क्रिकेट ब्रॉडकास्ट राइट्स की प्रतिस्पर्धा समाप्त हो सकती है। क्रिकेट प्रसारण के अधिकार इस मर्जर के प्रमुख मुद्दे हैं। हालांकि, रिलायंस, डिज्नी और सीसीआई ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी का मालिकाना हक रिलायंस के पास चले जाएगा, जिसके बाद क्रिकेट प्रसारण के अधिकार पूरी तरह रिलायंस के नियंत्रण में होंगे। इससे रिलायंस को विज्ञापन और प्रसारण दरों पर पूरा नियंत्रण मिल जाएगा।
मर्जर की योजना के अनुसार, डिज्नी हॉटस्टार को जियो सिनेमा में विलय किया जाना था, जिससे देश की सबसे बड़ी एंटरटेनमेंट कंपनी बननी थी। अगर सीसीआई ने इस डील को मंजूरी नहीं दी, तो कंपनी की सभी योजनाएं संकट में पड़ सकती हैं।
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