भारत की एडटेक कंपनी बायजू को राहत भरी खबर मिली है। बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के साथ बकाया भुगतान के मामले में बायजू
BCCI: भारत की एडटेक कंपनी बायजू को राहत भरी खबर मिली है। बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के साथ बकाया भुगतान के मामले में बायजू दिवालिया संकट का सामना कर रही थी। अब बायजू के संस्थापक बायजू रविंद्रन और बीसीसीआई के बीच सेटेलमेंट को लेकर बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है। अगर बीसीसीआई सहमत हो जाता है तो बायजू को कुछ समय के लिए राहत मिल सकती है।
बायजू ने कुछ समय के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी को स्पॉन्सर किया था, लेकिन वित्तीय संकट के चलते कंपनी भुगतान नहीं कर सकी और मामला कोर्ट में चला गया। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने इस मामले में दिवालिया प्रक्रिया शुरू कर दी थी। बायजू ने इसके खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) में याचिका दाखिल की है। बीसीसीआई के वकील तुषार मेहता ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच सेटेलमेंट की बातचीत चल रही है, इसलिए दिवालिया प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिया जाए।
बीसीसीआई ने एडटेक कंपनी बायजू से 158 करोड़ रुपये की मांग की है। उसकी याचिका पर NCLT ने 16 जुलाई को थिंक एंड लर्न के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू करते हुए कंपनी का मैनेजमेंट बायजू रविंद्रन से छीन लिया था। कर्नाटक हाई कोर्ट ने बायजू रविंद्रन की याचिका को टाल दिया था।
बायजू रविंद्रन के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स की स्थापना का विरोध किया था। उनका कहना है कि जब तक मामले की सुनवाई नहीं हो जाती, इस कमेटी का गठन करना कंपनी को हाथ से निकलने जैसा होगा। बायजू इस समय अपने निवेशकों के साथ भी विवादों में घिरा हुआ है, जिसके चलते कंपनी कैश संकट का सामना कर रही है।
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