Budget 2024: क्या हैं कच्चे हीरे? वित्त मंत्री ने बजट में क्यों किया जिक्र

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 23 जुलाई को संसद में बजट पेश किया है। पूरे देश की नजर इस बजट पर है और हर सेक्टर के लोग इससे

Advertisement
Budget 2024: क्या हैं कच्चे हीरे? वित्त मंत्री ने बजट में क्यों किया जिक्र

Anjali Singh

  • July 23, 2024 5:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

Budget 2024: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 23 जुलाई को संसद में बजट पेश किया है। पूरे देश की नजर इस बजट पर है और हर सेक्टर के लोग इससे कुछ उम्मीदें लगाए बैठे थे। देशभर के हीरा व्यापारियों ने भी बजट से उम्मीद जताई थी। जानिए, निर्मला सीतारमण ने बजट में हीरा व्यापारियों के लिए क्या घोषणा की है और इससे व्यापारियों को क्या लाभ मिलेगा।

हीरा व्यापार का महत्व

भारत के हीरा बाजार पर दुनियाभर की नजर रहती है। कुछ ही देश हैं जो हीरों को अच्छे से तराश पाते हैं और भारत उनमें से एक है। हालांकि, भारत में हीरे की खदानें लगभग खत्म हो चुकी हैं, लेकिन तराशे और पॉलिश किए गए हीरों की आपूर्ति में भारत अग्रणी है। इसका श्रेय मुख्य रूप से गुजरात के हीरा कारोबारियों को जाता है। वित्त वर्ष 2023 में 1.4 लाख करोड़ रुपए से अधिक कीमत के कच्चे हीरे इम्पोर्ट किए गए थे।

कच्चा हीरा क्या होता है?

बिना तराशे हुए हीरे को कच्चा या रफ हीरा कहा जाता है। कच्चा हीरा अपने मूल प्राकृतिक रूप में होता है और इसे तराशने के बाद बाजार में बेचा जाता है। हीरा तराशना एक कठिन प्रक्रिया है, जिसमें गुजरात का अहम योगदान है।

कच्चे हीरे कहां मिलते हैं?

वैज्ञानिकों के अनुसार, हीरा जमीन से करीब 160 किलोमीटर नीचे, बेहद गर्म माहौल में बनते हैं। ज्वालामुखीय गतिविधियों के कारण ये ऊपर आते हैं। इसके अलावा ग्रहों या पिंडों की टक्कर से भी हीरे मिलते हैं।

बजट में हीरों के लिए क्या घोषणा की गई?

निर्मला सीतारमण ने बजट में कहा कि भारत हीरे की कटाई और पॉलिशिंग उद्योग में विश्व में अग्रणी है और यह उद्योग बड़ी संख्या में कुशल श्रमिकों को रोजगार देता है। इस क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए, भारत में कच्चे हीरे बेचने वाली विदेशी खनन कंपनियों के लिए सुरक्षित बंदरगाह दरें प्रदान की जाएंगी।

कस्टम ड्यूटी में कटौती

सरकार ने सोने, चांदी और प्लेटिनम पर कस्टम ड्यूटी घटा दी है। पहले यह 15% थी, जिसे घटाकर 6% कर दिया गया है, जबकि प्लेटिनम के लिए यह 6.5% है। इसी साल जनवरी में सरकार ने कस्टम ड्यूटी को बढ़ाकर 15% किया था, जिसे अब घटाया गया है।

 

ये भी पढ़ें: बारिश का लगों की जेब पर गहरा असर, दिल्ली में दोगुने हुए टमाटर के दाम

Advertisement