भोपल: तीज-त्योहारों के मौके पर देश के विभिन्न हिस्सों में मेले लगते हैं। इन मेलों में मनोरंजन के साथ-साथ व्यापारिक गतिविधियों का भी प्रमुख स्थान होता है। आज हम आपको एशिया के सबसे बड़े व्यापारिक मेले के बारे में बताएंगे, जहां हर साल भारी छूट और ऑफर मिलते हैं। बता दें यह मेला मध्य प्रदेश […]
भोपल: तीज-त्योहारों के मौके पर देश के विभिन्न हिस्सों में मेले लगते हैं। इन मेलों में मनोरंजन के साथ-साथ व्यापारिक गतिविधियों का भी प्रमुख स्थान होता है। आज हम आपको एशिया के सबसे बड़े व्यापारिक मेले के बारे में बताएंगे, जहां हर साल भारी छूट और ऑफर मिलते हैं। बता दें यह मेला मध्य प्रदेश के ग्वालियर में लगता है, जिसे ग्वालियर व्यापार मेला कहा जाता है।
ग्वालियर मेला देशभर में प्रसिद्ध है और इसका इतिहास लगभग 125 साल पुराना है। वहीं इसकी शुरुआत 1905 में ग्वालियर के महाराजा माधवराव सिंधिया प्रथम ने की थी। बता दें प्रारंभ में यह पशु मेला हुआ करता था, लेकिन समय के साथ यह देश का सबसे बड़ा व्यापारिक मेला बन गया। आज इस मेले में सुई से लेकर कार तक हर तरह के सामान पर भारी छूट मिलती है, जिससे लोग बड़ी संख्या में यहां खरीदारी करने आते हैं।
इस मेले की खासियत यह है कि इसमें बड़े-बड़े ब्रांड्स जैसे ऑडी, मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, सैमसंग और एलजी की भी भागीदारी होती हैं। इतना ही नहीं यहां कार, बाइक, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, लैपटॉप, कपड़े और अन्य उत्पादों पर शानदार ऑफर मिलते हैं। वहीं यह मेला ग्वालियर के मेला ग्राउंड में आयोजित किया जाता है, जो 104 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। मेले में कला, संस्कृति और व्यापार का रूप देखने को मिलता है।
वहीं ग्वालियर व्यापार मेले की सबसे खास बात, कारों पर मिलने वाली छूट होती है। मध्य प्रदेश सरकार, मेला परिसर में खरीदी गई हल्की गाड़ियों पर रोड टैक्स में 50% की छूट देती है, लेकिन शर्त ये है कि वाहन का रजिस्ट्रेशन मेला परिसर स्थित आरटीओ कार्यालय में किया गया हो। बता दें ग्वालियर मेला हर साल दिसंबर के आखिरी हफ्ते में शुरू होता है और फरवरी के अंत तक चलता है। पिछले साल यह 25 दिसंबर 2023 से शुरू हुआ मेला था जो कि 29 फरवरी 2024 तक चला था, जिसमें लगभग 1550 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था।
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