नई दिल्ली: जियो फाइनेंशियल द्वारा पेटीएम वॉलेट के संभावित अधिग्रहण की अफवाहों के बीच पेटीएम ने इन दावों का खंडन किया है कि कंपनी ने एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि इस तरह के अधिग्रहण की खबरें काल्पनिक, आधारहीन और तथ्यात्मक रूप से बिलकुल गलत हैं, और पेटीएम ने साफ कहा है कि इस मामले पर कोई भी चर्चा नहीं हुई है. साथ ही ये स्पष्टीकरण पेटीएम ने अपनी सहायक कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को भी दे दिया है, और प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक प्रस्तावित अधिग्रहण के संबंध में पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने मुकेश अंबानी के साथ कोई चर्चा नहीं की है.
पेटीएम ने कहा- ” ये साफ हैं कि उपरोक्त समाचार काल्पनिक, आधारहीन और बिना तथ्य के है और गलत है हम इस संबंध में किसी से बातचीत नहीं कर रहे हैं, और हमारी सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड ने भी हमें ये सूचित कर दिया है कि वो भी इस संबंध में किसी तरह की चर्चा नहीं कर रहे हैं”.
हालांकि ये स्पष्टीकरण अंबानी की जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की तरफ से ये साफ करने के एक दिन बाद आया है कि वो पेटीएम वॉलेट के अधिग्रहण के लिए संकटग्रस्त वन97 कम्युनिकेशंस के साथ कोई भी बातचीत या चर्चा नहीं कर रही है.
बता दें कि जेएफएसएल ने शेयर बाजारों को सूचना भेजी और कहा है कि ” इस संबंध में हमारी कोई बातचीत नहीं हो रही है”. साथ ही स्टॉक एक्सचेंज बीएसई की तरफ से कंपनी को उन रिपोर्टों पर चर्चा करने के लिए कहा गया था जिसमें जेएफएसएल पेटीएम के वॉलेट व्यापार के अधिग्रहण के लिए वन 97 के साथ बातचीत कर रही है, और इस रिपोर्ट के बाद एनबीएफसी का शेयर बीएसई पर 14 फीसदी से चढ़कर 289 रुपये पर बंद हो गया है.दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को पेटीएम पेमेंट्स बैंक को मार्च से अपने खातों और लोकप्रिय वॉलेट में ताजा जमा स्वीकार करना बंद करने के लिए कहा गया था, जिसके बावजूद पेटीएम को लगभग 2.5 अरब डॉलर और उसके बाजार मूल्य का लगभग 43 प्रतिशत का भारी नुकसान हुआ है.
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