भारत में हवाई यात्रा लगातार महंगी होती जा रही है, लेकिन इसके बावजूद लोग उड़ान भरने से पीछे नहीं हट रहे. DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) के
नई दिल्ली: भारत में हवाई यात्रा लगातार महंगी होती जा रही है, लेकिन इसके बावजूद लोग उड़ान भरने से पीछे नहीं हट रहे. DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने देश में 1.3 करोड़ से ज्यादा लोगों ने हवाई सफर किया, जो कि जुलाई 2023 के मुकाबले 7.3% ज्यादा है. इस साल के शुरुआती 7 महीनों में कुल 9.2 करोड़ यात्रियों ने घरेलू उड़ानें लीं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 8.8 करोड़ थी.
ट्रैवल इंडस्ट्री के अनुसार, घरेलू रूट्स पर हवाई किराए में 10 से 25% तक का इजाफा हो चुका है. हालांकि अभी फेस्टिव सीजन शुरू ही हुआ है, लेकिन एयरलाइन्स ने पहले से ही किराए बढ़ाने शुरू कर दिए हैं. आमतौर पर इस समय को यात्रा के लिहाज से “ऑफ सीजन” माना जाता है, इसके बावजूद एयरलाइन्स की बिक्री में इजाफा देखा जा रहा है. अब एयरलाइन्स सिर्फ उन रूट्स पर ऑफर दे रही हैं, जहां यात्रियों की संख्या कम होती है. भारत में जेट फ्यूल की कीमतें हमेशा से ऊंची रही हैं, जिस कारण किराया ज्यादा रहता है और एयरलाइन्स की बड़ी कमाई जेट फ्यूल पर ही खर्च हो जाती है.
टाटा ग्रुप के एयर इंडिया को खरीदने के बाद मार्केट में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है. अब टाटा ग्रुप अपनी एयरलाइन्स एयर इंडिया और विस्तारा को मर्ज कर एक बड़ी एयरलाइन बनाने जा रहा है, जिसकी सीधी टक्कर इंडिगो से होगी. इंडिगो और टाटा ग्रुप की एयरलाइन्स फिलहाल घरेलू मार्केट के 91% हिस्से पर काबिज हैं. किंगफिशर, जेट एयरवेज और गो एयर जैसी एयरलाइन्स के बंद होने के बाद, अब एयरलाइन्स किराए में भारी छूट देने में सतर्कता बरत रही हैं.
DGCA के अनुसार, इंडिगो का मार्केट शेयर बढ़कर 62% हो गया है. एयर इंडिया, विस्तारा और AI एक्सप्रेस का संयुक्त मार्केट शेयर 28.5% है. वहीं, स्पाइसजेट का मार्केट शेयर गिरकर सिर्फ 3.1% रह गया है. स्पाइसजेट की सिर्फ 29.3% फ्लाइट्स ही समय पर उड़ान भर सकीं. समय पर उड़ान के मामले में AI एक्सप्रेस पहले, विस्तारा दूसरे और अकासा तीसरे स्थान पर रही है.
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