भारत में एयर कंडीशनर (एसी) इंडस्ट्री का बाजार लगभग 27,500 करोड़ रुपए का है और इसके अगले चार साल में दोगुना होने की संभावना है।
नई दिल्ली: भारत में एयर कंडीशनर (एसी) इंडस्ट्री का बाजार लगभग 27,500 करोड़ रुपए का है और इसके अगले चार साल में दोगुना होने की संभावना है। एसी कंपनी ब्लू स्टार ने साल की जो रिपोर्ट होती है उसमे बताया है कि कि भारतीय एचवीएसीएंडआर व्यवसाय तेजी से बढ़ाई के लिए बिलकुल तैयार हैं।
लोगों के बीच धारणा है कि एसी बिजली का बिल बहुत बढ़ा देता है। लेकिन एसी की स्टार रेटिंग मॉडल से लोगों को यह अंदाजा लगने लगा कि एक निश्चित इस्तेमाल से उनका बिजली का बिल कितना आएगा। जब लोगों को यह अहसास हुआ कि वे इसे अफोर्ड कर सकते हैं, तो उन्होंने एसी की खरीद शुरू कर दी। यही वजह है कि एसी की सेल में तेजी देखने को मिल रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह वृद्धि घरेलू एसी की कम पहुंच और खर्च लायक अधिक इनकम वाले मिडिल क्लास के उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या से प्रेरित होगी, विशेष रूप से टियर थ्री, फोर और फाइव के शहरों के बाजारों से। ब्लू स्टार के चेयरमैन और सीएमडी वीर एस आडवाणी ने 2023-24 की सालाना रिपोर्ट में कहा कि भारतीय एसी उद्योग का वर्तमान मूल्य लगभग 27,500 करोड़ रुपए है |
कंपनी का कहना है कि बढ़ती गर्मी, आमदनी में आई थोड़ी तेजी और ग्राहकों को आसानी से मिल रहे EMI ऑप्शन ने एसी की बिक्री में बूस्टर डोज का काम किया है। वोल्टास का अनुमान है कि भारतीय घरेलू एसी बाजार के 2028-29 तक 12 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़कर 50,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने की संभावना है।
पहले एसी की खरीद ज्यादातर कमर्शियल स्पेस जैसे ऑफिस, मॉल के लिए होती थी, लेकिन अब घरेलू एसी की बिक्री में भी भारी वृद्धि हुई है। इस साल 1.4 करोड़ एसी बिकने की उम्मीद है, जिसमें से करीब 1 करोड़ एसी सिर्फ रेजिडेंशियल यूज के लिए होंगे।
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