Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • किसानों के लिए नई सौगात , कृषि ऋण लक्ष्य बढ़कर होगा 20 लाख करोड़ रुपये

किसानों के लिए नई सौगात , कृषि ऋण लक्ष्य बढ़कर होगा 20 लाख करोड़ रुपये

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट संसद में पेश कर दिया है। बजट में वित्त मंत्री ने एग्रीकल्चर सेक्टर के लिए भी कई बड़े ऐलान किए । बता दें , वित्त मंत्री ने कहा, पीएम किसान सम्मान निधि के जरिए करोड़ों किसानों को फायदा मिला है और […]

Advertisement
Budget 2023
  • February 1, 2023 12:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट संसद में पेश कर दिया है। बजट में वित्त मंत्री ने एग्रीकल्चर सेक्टर के लिए भी कई बड़े ऐलान किए । बता दें , वित्त मंत्री ने कहा, पीएम किसान सम्मान निधि के जरिए करोड़ों किसानों को फायदा मिला है और 28 महीनों में 80 करोड़ लोगों को फ्री अनाज भी दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि “एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड से एग्री स्टार्टअप बढ़ाए जाएंगे। इससे किसानों को मदद मिलेगी और उन्हें चुनौतियों का सामना करने में आसानी होगी। इससे उत्पादकता भी बढ़ सकती हैं। यह किसानों, स्टेट और इंडस्ट्री पार्टनर के बीच ही होगा। पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देने के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये कर दिया जाएगा।”

कृषि त्वरक कोष की होगी स्थापना

निर्मला सीतारमण बजट पढ़ते हुए आगे बताया कि कृषि से जुड़े स्टार्ट अप को प्राथमिकता दी जाएगी और युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना भी होगी। अमृत काल के लिए हमारी दृष्टि में मजबूत सार्वजनिक वित्त और एक मजबूत वित्तीय क्षेत्र के साथ एक प्रौद्योगिकी संचालित और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था भी शामिल है। इस ‘जनभागीदारी’ को हासिल करने के लिए ‘सबका साथ, सबका का प्रयास’ बेहद जरुरी है।

एग्रीकल्चर सेक्टर के लिए 2022 में क्या था ?

2022 बजट में एग्रीकल्चर सेक्टर में किसानों को प्रोत्साहित किया गया था। इसके साथ ही सरकार की ओर से रसायन और कीटनाशक मुक्त खेती का प्रसार बढ़ाने पर भी जोर दिया था। इन सब के अलावा सरकार ने गंगा के किनारे 5 किमी चौड़े गलियारों में किसानों की जमीन पर फोकस के साथ पूरे देश में रसायन मुक्त प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने को कहा था।

इसके साथ ही 25 हजार किलोमीटर के नेशनल हाईवे के विकास के लिए 20,000 करोड़ रुपये का खर्च करने को कहा था। गौरतलब है कि , 44,605 करोड़ रुपये के केन-बेतवा लिंक का कार्यान्वयन किसानों को सिंचाई , खेती और आजीविका की सुविधा प्रदान करने वाली 9 लाख हेक्टेयर से अधिक किसानों की भूमि की सिंचाई के लिया भी बोला गया था।

दिल्ली का अगला मेयर, गुजरात चुनाव और फ्री रेवड़ी, मनीष सिसोदिया ने बताए सारे राज!

India News Manch पर बोले मनोज तिवारी ‘रिंकिया के पापा’ पर डांस करना सबका अधिकार

Advertisement