नई दिल्ली. भोपाल में आयोजित होने वाली विश्व हिंदी सम्मेलन से ठीक पहले विदेश राज्य मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह ने लेखकों और साहित्यकारों के बारे में एक विवादित बयान दे दिया है. उन्होंने बुधवार को कहा कि पहले साहित्यकार और लेखक ऐसे आयोजन में खाना खाने के लिए आते थे और शराब पीकर किताब का पाठ करते थे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘पहले के नौ विश्व हिंदी सम्मेलनों में साहित्य और साहित्यकारों पर जोर होता था. लोग आते थे, लड़ते थे, आलोचना करते थे और वह खत्म हो जाता था. इस दौरान लेखक और साहित्यकार खाना खाने के लिए आते थे और शराब पीकर अपनी किताब का पाठ करते थे. लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा.’
दसवीं विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन विदेश मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है. अपने बयान में आगे जोड़ते हुए सिंह ने कहा कि इस बार के आयोजन में ‘वैसे लेखकों’ को निमंत्रण ही नहीं भेजा गया है. गौरतलब है कि 10 से 12 सितंबर को आयोजित होने वाले इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जबकि इसमें 27 देशों से लगभग 2000 प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है.