राहुल बजाज बोले, मोदी सरकार की चमक अब फीकी हो गयी

मोदी सरकार ने जनता से 'अच्छे दिनों' का वादा किया था लेकिन अब लग रहा है कि उसके खुद के बुरे दिन नज़दीक हैं.  एक निजी समाचार चैनल से बातचीत में बजाज ग्रुप के चेयरमैन राहुल बजाज ने स्पष्ट कहा है कि मोदी सरकार जिस चमक के साथ सत्ता में आई थी वह अब बाकी नहीं रह गयी है. राहुल ने कहा कि मोदी पॉपुलर हैं लेकिन सरकार ठीक नहीं चल रही है. 

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राहुल बजाज बोले, मोदी सरकार की चमक अब फीकी हो गयी

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  • August 7, 2015 10:37 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

नई दिल्ली. मोदी सरकार ने जनता से ‘अच्छे दिनों’ का वादा किया था लेकिन अब लग रहा है कि उसके खुद के बुरे दिन नज़दीक हैं.  एक निजी समाचार चैनल से बातचीत में बजाज ग्रुप के चेयरमैन राहुल बजाज ने स्पष्ट कहा है कि मोदी सरकार जिस चमक के साथ सत्ता में आई थी वह अब बाकी नहीं रह गयी है. राहुल ने कहा कि मोदी पॉपुलर हैं लेकिन सरकार ठीक नहीं चल रही है. 

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को मिली ऐतिहासिक जीत का ज़िक्र करते हुए राहुल ने एनडीटीवी से कहा कि मई, 2014 में हमें एक ‘शहंशाह’ मिला था, और पिछले 20-30 सालों में दुनिया के किसी भी देश में, किसी को भी ऐसी सफलता नहीं मिली थी… मैं इस सरकार के विरोध में आज भी नहीं हूं, लेकिन सच्चाई यही है कि अब इस सरकार की चमक फीकी पड़ती जा रही है…”

राहुल बजाज ने अपनी बात को आगे ले जाते हुए कहा कि वह “वही कह रहे हैं, जो बाकी लोग कह रहे हैं…” उन्होंने कहा, सरकार की गिरती साख पिछले साल से अब तक कई चुनाव नतीजों में साफ नज़र आई है. उन्होंने कहा, “दिल्ली में यह दिखा, पश्चिम बंगाल के निगम चुनावों में भी दिखा… मैं दोनों पार्टियों के साथ हूं, मैं भारत की भलाई चाहता हूं… मैं सरकार से बाहर का आदमी हूं, मैं कुछ नहीं जानता हूं, लेकिन अगर बीजेपी बिहार में अच्छी सरकार बना पाती है तो कम से कम इस स्थिति से कुछ छुटकारा मिल सकता है… बीजेपी की थोड़ी उम्मीद आने वाले बंगाल, केरल, असम और पॉन्डिचरी चुनाव से है…”

सरकार द्वारा प्रस्तावित ब्लैक मनी बिल के संदर्भ में अपनी बात रखते हुए राहुल बजाज ने कहा, जिन लोगों के पास काला धन जमा है, यह बिल उन्हें उसे सार्वजनिक करने के लिए तीन महीने का समय देता है. इसमें जो लोग तीन महीने की समयावधि का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें इसके लिए 60 प्रतिशत चार्ज देना पड़ेगा, लेकिन उन पर किसी तरह का केस नहीं चलेगा. जो लोग इस तीन महीने की विंडो का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं, दोषी पाए जाने पर उन पर 120 प्रतिशत जुर्माना और 10 साल तक की कैद की सज़ा हो सकती है.

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