पंजाब पुलिस के डीजीपी सुमेध सिंह सैनी ने एक अहम् खुलासे में बताया है कि गुरदासपुर में हमला करने वाले तीनों आतंकी मुस्लिम थे. पुलिस ने यह बयान तीनों मृत आतंकियों के शरीर की जांच-पड़ताल के बाद दिया है. हालांकि इससे पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि हमालवर सिख अलगाववादी भी हो सकते हैं लेकिन पंजाब पुलिस ने बयान देकर स्पष्ट कर दिया है कि आतंकी मुस्लिम थे.
दीनानगर. पंजाब पुलिस के डीजीपी सुमेध सिंह सैनी ने एक अहम् खुलासे में बताया है कि गुरदासपुर में हमला करने वाले तीनों आतंकी मुस्लिम थे. पुलिस ने यह बयान तीनों मृत आतंकियों के शरीर की जांच-पड़ताल के बाद दिया है. हालांकि इससे पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि हमालवर सिख अलगाववादी भी हो सकते हैं लेकिन पंजाब पुलिस ने बयान देकर स्पष्ट कर दिया है कि आतंकी मुस्लिम थे.
राज्य के डीजीपी सुमेध सिंह सैनी ने पुलिस स्टेशन में मीडिया से बताया कि यह हमला सोमवार की सुबह हुआ था. तीनों आतंकियों को मारने में पुलिस को लगभग 11 घंटे का समय लगा था. हमले में चार पुलिसकर्मी और तीन नागरिक मारे गए थे. पिछले एक दशक में पंजाब में पहली बार ऐसा हमला हुआ है. हालांकि सैनी ने हमलावरों के पाकिस्तान से होने की पुष्टि करने से भी इनकार कर दिया. सैनी ने बताया, ‘पुलिस हमलावरों की पहचान नहीं कर पाई है क्योंकि उनके पास से कोई ऐसा पहचान पत्र या डॉक्युमेंट नहीं मिला है. यहां तक कि उन्होंने अपने हथियारों से भी हर तरह के वे निशान मिटा दिए थे, जिससे उनकी पहचान न की जा सके.’
सैनी ने बताया कि पुलिस को स्टेशन से दो जीपीएस डिवाइसेज मिली हैं जिनमें इंडिया-पाकिस्तान के बॉर्डर से रेलवे ट्रैक तक रास्ता प्रोग्राम किया था. इसी रास्ते पर पांच विस्फोटक भी पाए गए थे. एक पुलिसकर्मी ने बताया कि जीपीएस सिस्टम में पहली एंट्री 21 जुलाई को यानी अटैक से काफी पहले ही की गई थी. कुछ और पुलिस सूत्रों के मुताबिक हमलावर दो दिनों पहले ही पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में घुसे थे. पाकिस्तान ने मंगलावर को इस हमले की निंदा करते हुए बयान भी जारी किया था.
एजेंसी इनपुट भी