रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के बयान एक बार विवाद खड़ा हो सकता है. दरअसल उन्होंने कहा है कि भारतीय सेना का सम्मान कम हो गया है, क्योंकि उसने दशकों से कोई युद्ध नहीं लड़ा है. जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान पर्रिकर ने कहा, 'पुराने वक्त में अगर सेना का कोई कमांडिंग ऑफिसर किसी आईएएस अफसर को पत्र लिख देता था तो उस पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है.
नई दिल्ली. रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के बयान एक बार विवाद खड़ा हो सकता है. दरअसल उन्होंने कहा है कि भारतीय सेना का सम्मान कम हो गया है, क्योंकि उसने दशकों से कोई युद्ध नहीं लड़ा है. जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान पर्रिकर ने कहा, ‘पुराने वक्त में अगर सेना का कोई कमांडिंग ऑफिसर किसी आईएएस अफसर को पत्र लिख देता था तो उस पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है.
आज वह सम्मान कम हो गया है… एक वजह यह है कि पिछले 40-50 साल में हमने कोई युद्ध नहीं लड़ा है. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हमें युद्ध करना चाहिए. मैं कह रहा हूं कि हमने जंग नहीं लड़ी है जिससे हमारे दिमागों में सेना की अहमियत कम हो गई है.’
पर्रिकर के इस बयान पर कई विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है. कांग्रेस ने इस बयान को देश को शर्मसार करने वाला बनाया है. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, ‘इस सरकार में मंत्री कुछ भी कहते हैं और देश को शर्मसार करते हैं. हमें अपनी सेना पर गर्व है. सेना ने हमेशा हमें गर्वित किया है.’ वहीं जनता दल युनाइटेड के नेता केसी त्यागी ने भी इस बयान की आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘रक्षा मंत्री का यह बयान राष्ट्र-विरोधी है.’ हालांकि बीजेपी ने इस बयान का समर्थन किया है. पार्टी ने कहा है कि रक्षा मंत्री का मकसद लोगों से यह अपील करना था कि सेना का सम्मान करें.
IANS से भी इनपुट