नई दिल्ली. मनोज वशिष्ठ एनकाउंटर केस में मृतक मनोज के परिवार वालों की सीबीआई जांच की मांग के बाद एक बड़ा फैसला लिया गया है. एनकाउंटर करने वाली दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम में कुल नौ लोग थे, जिनके तबादले और इस मामले को लेकर विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए हैं. इसके साथ ही दिल्ली पुलिस इस बात की जांच भी करेगी कि कहीं दिल्ली पुलिस में वसूली रैकेट तो नहीं चल रहा था.
गौरतलब है मनोज की पत्नी प्रियंका वशिष्ठ ने यह आरोप लगाया था कि दिल्ली पुलिस ने उनसे 3 लाख रुपए मांग थे लेकिन उन लोगों ने दिल्ली पुलिस को सिर्फ 60 हजार रुपए ही दिए थे. इसके अलावा प्रियंका का आरोप था कि दिल्ली पुलिस ने अप्रैल महीने में भी उन्हें परेशान किया था. सोमवार देर रात दिल्ली के सुचेता कृपलानी अस्पताल के बाहर धरना दिया. मनोज के शव को परिवार वालो ने लेने से मन कर दिया है और यह सभी रात भर लेडी हार्डिंग की शवगृह के बाहर बैठे रहे. परिवार का कहना है की जब तक उनकी मांगो को मान नहीं लिया जाता तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.
IANS
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