नई दिल्ली, गृह मंत्रालय ने मंगलवार को मार्गरेट अल्वा को Y कैटेगरी की सुरक्षा दी है. IB की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर अल्वा को ये सुरक्षा दी गई है. उपराष्ट्रपति के चुनाव होने और नतीजे आने तक गृह मंत्रालय ने मार्गरेट अल्वा को Y कैटेगरी की सुरक्षा दी है. राजीव गाँधी कार्यकाल में भी […]
नई दिल्ली, गृह मंत्रालय ने मंगलवार को मार्गरेट अल्वा को Y कैटेगरी की सुरक्षा दी है. IB की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर अल्वा को ये सुरक्षा दी गई है. उपराष्ट्रपति के चुनाव होने और नतीजे आने तक गृह मंत्रालय ने मार्गरेट अल्वा को Y कैटेगरी की सुरक्षा दी है.
मार्गरेट UPA सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद भी संभाल चुकी हैं. साल 1984 की राजीव गाँधी की सरकार में श्रीमती आल्वा को संसदीय मामलों का केंद्रीय राज्य मंत्री पद सौंपा गया था. कार्यकाल समाप्त होने पर उन्हें बाद में मानव संसाधन विकास मंत्रालय में युवा मामले तथा खेल, महिला एवं बाल विकास के प्रभारी मंत्री का दायित्व सौंपा गया.
मार्गरेट अल्वा करीब 30 साल तक सांसद रहीं हैं, इस दौरान वह संसद की महत्वपूर्ण समितियों व सार्वजनिक निकायों की समिति (सी.ओ.पी.यू.), लोक लेखा समिति (पी.ए.सी.), पर्यटन और यातायात, विज्ञान एवं तकनीकी, विदेश मामलों की स्थायी समिति, पर्यावरण व वन तथा महिला अधिकारों की चार महत्त्वपूर्ण समितियां- जैसे दहेज निषेध अधिनियम (संशोधन) समिति, विवाह विधि (संशोधन) समिति, समान पारिश्रमिक समीक्षा समिति और स्थानीय निकायों में महिलाओं के 33 प्रतिशत आरक्षण के लिए 84वें संविधान संशोधन प्रस्ताव के लिए बनी संयुक्त चयन समिति में भी सक्रिय रही हैं. 1999 से 2004 तक महिला सशक्तीकरण की संसदीय समिति की सभापति रह चुकी हैं.
1986 में यूनिसेफ एशिया के बच्चों पर हुई प्रथम कॉन्फ्रेंस में अल्वा सभापति थी, इसके अलावा महिला विकास पर हुई सार्क देशों की मंत्री स्तर की बैठक की सभापति रही थीं. इस बैठक में सदस्य देशों के शासनाध्यक्षों ने 1987 को बालिका वर्ष घोषित किया था, वहीं साल 1989 में केंद्र सरकार ने अल्वा को महिलाओं के विकास की विस्तृत रणनीति की योजना का मसौदा तैयार करने के मूल समूह का अध्यक्ष बनाया था.
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