नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण की गिरफ्तारी के खिलाफ पहलवानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच धरना कर रहे पहलवान बजरंग पूनिया ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है। उनका दावा है कि बृजभूषण पर एफआईआर दर्ज करने के बाद प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को जंतर-मंतर से हटाने के लिए […]
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण की गिरफ्तारी के खिलाफ पहलवानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच धरना कर रहे पहलवान बजरंग पूनिया ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है। उनका दावा है कि बृजभूषण पर एफआईआर दर्ज करने के बाद प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को जंतर-मंतर से हटाने के लिए धरनास्थल की बिजली और पानी में कटौती कर दी गई है।
बजरंग पूनिया ने कहा कि, दिल्ली पुलिस धरनास्थल पर पानी और खाना लाने की अनुमति नहीं दे रहा है। इसके अलावा उन्होंने बिजली को भी काट दिया है। हमने अपने गांव से कुछ सामान मंगाया था, लेकिन इसको भी लाने की इजाजत पुलिस नहीं दे रही है। वहीं हमारे लोग अगर सामान लेकर आ रहे है तो उनके साथ मारपीट कर उन्हें भगा दिया जा रहा हैं। पुलिस हमारे साथ काफी ज्यादा बुरा बर्ताव कर रही है।
उन्होंने कहा आखिर हम लोगों से ऐसी क्या गलती हुई है जो पुलिस हमारे साथ ऐसा बर्ताव कर रही है। पुलिस बोल रही है अगर धरना करना है तो सड़क पर सो जाओ। मैं पूछना चाहता हूं कि आज इन लोगों पर ऐसा क्या दबाव आ गया है कि इनको इतनी दिक्कत होने लगी है। WFI के अध्यक्ष पर एफआईआर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद ही की गई है। लेकिन जब तक बृजभूषण गिरफ्तार नहीं होता, हम लोगों को न्याय नहीं मिलता हम लोग यही रहेंगे चाहे पुलिस प्रशासन हम पर कितना भी अत्याचार करें।
गौरतलब है कि दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों का ये दूसरा धरना है, इससे पहले जनवरी महीने में भी पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ धरना दिया था। 18 जनवरी 2023 को कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच ये विवाद सबके सामने आया था, जब जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया समेत कई दिग्गज पहलवान जुटे थे। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे और उन्हें पद से हटाने की मांग की थी। खेल मंत्रालय द्वारा जांच कमेटी गठित किए जाने के बाद उन्होंने अपना धरना खत्म किया था। लेकिन जब WFI अध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पहलवान एक बार फिर धरने पर बैठ गए।