नई दिल्ली: म्यांमार में आए भीषण भूंकप के बाद भारत ने मदद के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा की शुरुआत की. बता दें इस भूकंप में 1700 सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. देश में कई बड़ी- बड़ी इमारतें पूरी तरह से चरमरा गई. भारत ने ऑपरेशन ब्रह्मा के अंतर्गत 29 मार्च को 15 टन राहत सामग्री लेकर एक विमान हिंडन एयरफोर्स बेस से सुबह करीब 3 बजे उड़ा. विदेश मंत्रालय ने बताया कि पहले विमान के बाद रेस्क्यू कर्मचारियों और उपकरणों के अलावा कुत्तों को लेकर कुछ विमान म्यांमार के लिए रवाना होंगे. बता दें भारत ने ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत वायुसेना के 2 सी17 ग्लोबमास्टर और 3 सी130 जे हरक्यूलिस को तैनात किया है.
भारत ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रो में राहत और बचाव के लिए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम दिया है. भारत सरकार ने आखिर अपने तरफ से क्यों नाम दिया. विदेश मंत्रालय ने इस बारे में कहा कि ब्रह्मा सृजन के देवता हैं, तब
ऐसे वक्त में जब भारत म्यांमार सरकार और म्यांमार के लोगों को तबाही के बाद देश के पुनर्निर्माण के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ा रहा हैं, तो ऐसे में सृजन में मदद करने के जैसा है.
ऑपरेशन ब्रह्मा के अंतर्गत संघीय आपदा आकस्मिकता बल के कर्मियों को पड़ोसी देश की मदद करने के लिए मजबूत कंक्रीट कटर, ड्रिल मशीन, हथौड़े, प्लाज्मा कटिंग मशीन आदि भूंकप में बचाव में उपकरणों के लिए जरूरी है.
दिल्ली के पास गाजियाबाद में 8वीं एनडीआरएफ बटालियन के कमांडेंट पीके तिवारी (यूएसएआर) टीम का नेतृत्व कर रहे हैं. एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मोहसेन शाहेदी ने विदेश मंत्रालय की तरफ से आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि अगले 24-48 घंटे रेस्क्यू टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. ताकि म्यांमार के लोगों को इसका फायदा मिलें