नई दिल्ली: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बहुसंख्यक सुन्नी और अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों के बीच जंग चल रही है. दोनों धर्म के लोगों के बीच हिंसक झड़पों में अब तक 64 लोगों की जान चली गई है. इस बीच सरकार की काफी कोशिशों के बाद दोनों समुदाय 7 दिन के संघर्ष विराम पर राजी […]
नई दिल्ली: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बहुसंख्यक सुन्नी और अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों के बीच जंग चल रही है. दोनों धर्म के लोगों के बीच हिंसक झड़पों में अब तक 64 लोगों की जान चली गई है. इस बीच सरकार की काफी कोशिशों के बाद दोनों समुदाय 7 दिन के संघर्ष विराम पर राजी हो गए हैं. इस दौरान खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने घोषणा की है कि एक उच्च स्तरीय आयोग दोनों समुदायों के विवाद को सुलझाने का काम करेगा.
खैबर पख्तूनख्वा में शिया और सुन्नी मुस्लिमों के बीच जंग की शुरुआत पिछले हफ्ते हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुर्रम जिले में पैसेंजर वैन पर फायरिंग हुई थी. जिसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए. दोनों समुदायों के बीच तीन दिलों तक हिंसा चली, जिसमें 64 लोगों के मारे जाने की खबर है. हालांकि, कई मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि मरने वालों की संख्या 100 से ज्यादा है.
खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद अली सैफ ने दोनों समुदायों में हुए संघर्ष विराम की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि सरकार ने दोनों समुदायों के नेताओं से संघर्ष विराम को लेकर बात की, जिसे उन्होंने मान लिया. इसके बाद दोनों पक्ष 7 दिन के संघर्ष विराम पर राजी हो गए. साथ ही वे एक-दूसरे के शवों और बंदियों को लौटाने के लिए भी राजी हो गए हैं.