बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद राज्य का सीएम कौन बनेगा इसको लेकर सभी लोगों को इंतजार है। राज्य में सीएम कौन बनेगा इसका अंतिम फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। इस समय प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और दिग्गज सिद्धारमैया का नाम सीएम की रेस में सबसे आगे चल रहा है। […]
बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद राज्य का सीएम कौन बनेगा इसको लेकर सभी लोगों को इंतजार है। राज्य में सीएम कौन बनेगा इसका अंतिम फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। इस समय प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और दिग्गज सिद्धारमैया का नाम सीएम की रेस में सबसे आगे चल रहा है। वहीं इसके अलावा अब एच के पाटिल और डॉक्टर जी परमेश्वर का नाम भी इस रेस में जुड़ चुका है। ऐसे में कौन है ये दोनों लोग आइए हम आपको बताते हैं।
कोरटगेरे विधानसभा क्षेत्र से करीब 14 हजार मतों से जीत हासिल करने वाले 72 साल के जी परमेश्वर का नाम सीएम के तौर पर रखा जा रहा है। बता दें, परमेश्वर ने 2008 में कोरटगेरे से पहली बार चुनाव लड़ा था। वहीं साल 2018 में कांग्रेस और जेडीएस की सरकार में उन्हें उपमुख्यमंत्री भी बनाया गया था। इसके अलावा उनके पास कर्नाटक कांग्रेस का सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष पद पर बने रहने का रिकॉर्ड है। साथ ही वह राज्य में पार्टी का बड़ा दलित चेहरा भी माने जाते हैं।
परमेश्वर की शिक्षा की बात की जाए तो उन्होंने कृषि में बीएससी और एमएससी की है इसके अलावा अलावा उन्होनें प्लांट फिजियोलॉजी में एडिलेट यूनिवर्सिटी से पीएचडी भी की हुई है। केंद्र में राजीव गांधी की सरकार रहते हुए इन्हें कांग्रेस कमेटी का सह सचिव भी बनाया गया था। वहीं साल 1999 में वह पहली बार एसएम कृष्णा कैबिनेट में राज्यमंत्री बने थे।
वहीं दूसरा नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में है वो 70 वर्षीय हनुमंतगौड़ा कृष्णगौड़ा पाटिल का है। पाटिल ने 2023 में गाडग विधानसभा सीट से जीत हासिल की है। उनका नाम कर्नाटक के बड़े राजनेताओं में गिना जाता है। उनके पिता केएच पाटिल भी कर्नाटक सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पाटिल को हुलकोटी का टाइगर कहा जाता है। सियासी करियर की शुरुआत के साथ ही वह कांग्रेस से जुड़े हुए हैं और मंत्री समेत कई बड़े पद संभाल चुके हैं।