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पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के गढ़ विसावदर का क्या है हाल!

नई दिल्ली : विसावदर विधानसभा सीट गुजरात के जूनागढ़ ज़िले में है। जूनागढ़ ज़िले की 5 विधानसभा सीटों में से ही एक सीट विसावदर सीट भी है। ये सीट गुजरात की राजनीति के आधार पर काफी अहम सीट है क्योंकि विसावदर सीट को गुजरात के पूर्व मुख्य मंत्री केशुभाई पटेल के गढ़ के रुप में […]

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पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के गढ़ विसावदर का क्या है हाल!
  • December 8, 2022 5:29 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : विसावदर विधानसभा सीट गुजरात के जूनागढ़ ज़िले में है। जूनागढ़ ज़िले की 5 विधानसभा सीटों में से ही एक सीट विसावदर सीट भी है। ये सीट गुजरात की राजनीति के आधार पर काफी अहम सीट है क्योंकि विसावदर सीट को गुजरात के पूर्व मुख्य मंत्री केशुभाई पटेल के गढ़ के रुप में जाना जाता है।

भाजपा का इस सीट पर प्रभाव

भाजपा का प्रभाव इस सीट पर बहुत लंबे समय तक था, लेकिन हालिया दो विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ही इस सीट पर कामयाब रही है। इस ज़िले मे शिक्षा का स्तर काफी बेहतर है और ज़्यादातर लोग शिक्षित हैं। रोज़गार के लिए यहां के युवा राज्य और देश के बड़े शहरों का रुख़ करते हैं। सूरत शहर के ज़्यादातर हीरा कारोबारी विसावदर क्षेत्र से ही आते हैं, जिस वजह से यहां पर ज़्यादातर लोग समृद्ध हैं।

क्षेत्र में विधायक कांग्रेस का मगर सासंद भाजपा का है

कांग्रेस पार्टी भले ही इस सीट पर पिछले दो विधानसभा चुनावों से इस सीट पर बेहतर प्रदर्शन कर रही हो मगर संसदीय क्षेत्र से सांसद भाजपा के राजेश चुडासमा हैं।

कांग्रेस पार्टी से करसनभाई नारायणभाई वडोदरिया

कांग्रेस पार्टी ने पिछली बार के चुनाव जीते हुए विधायक की जगह पर इस बार करसनभाई नारायणभाई वडोदरिया को मैदान में उतारा है। 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी थे रीबड़िया हर्षदकुमार माधवजीभाई। माधवजीभाई ने इस सीट को जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी के पटेल किरीट बालुभाई को हराया था।

हार-जीत का अंतर

यहां पर ख़ास बात ये थी की हार-जीत का अंतर 23 हज़ार वोटों से भी ज़्यादा था, वोटिंग की बात की जाए तो यहां पर मतदान 54.69 फ़ीसदी ही हुए थे जो कि बहुत कम माना जाएगा। 2012 के गुजरात विधानसभा चुनावों में मौजूदा विधायक माधवजीभाई ही चुनाव जीते थे।

भाजपा से हर्षदभाई रिबाडिया

भाजपा लगातार दो बार इस सीट पर चुनाव हार चुकी है और इस सीट को वापस पाने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रही है। इसबार भाजपा ने हर्षदभाई रिबाडिया को मैदान में उतारा है। हर्षदभाई रिबाडिया ने भाजपा के पार्टी महासचिव प्रदीप सिंह वाघेला की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया।

हर्षदभाई के कांग्रेस पार्टी पर आरोप

हालाकि उन्होंने अपने ऊपर 40 करोड़ रुपये लेकर पार्टी में शामिल होने की बात को सिरे से ख़ारिज कर दिया। ये सभी आरोप कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर ने उनपर लगाए थे, जिसके जवाब में उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर ही गंभीर आरोप लगा दिए और कहा कि 2017 के राज्यसभा चुनाव के दौरान जब पार्टी में बड़ा कद और सोनिया गांधी के करीबी माने जाने वाले अहमद पटेल चुनाव लड़ रहे थे तो कांग्रेस पार्टी के ही दो विधायकों ने ही उन्हें 40 करोड़ रुपये लेकर विधायक पद से इस्तीफ़ा देने की पेशकश की थी।

आम आदमी पार्टी से भूपेंद्रभाई भयानी

आम आदमी पार्टी ने भूपेंद्रभाई भयानी को इस सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया है, उन्होंने एसएससी तक की शिक्षा ली है और उनके पास 9 लाख के आसपास की चल संपत्ति है।

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