इंफाल। मणिपुर में एकबार फिर बवाल हो गया है। ताजा हिंसा का मामला 2 मारे जा चुके मैतेई छात्रों की वायरल तस्वीरों का है। इसके विरोध में हजारों छात्रों के सड़कों पर उतरने के बाद मणिपुर सरकार ने अगले पांच दिनों के लिए फिर से इंटरनेट पर बैन लगा दिया है। बता दें, दो युवकों […]
इंफाल। मणिपुर में एकबार फिर बवाल हो गया है। ताजा हिंसा का मामला 2 मारे जा चुके मैतेई छात्रों की वायरल तस्वीरों का है। इसके विरोध में हजारों छात्रों के सड़कों पर उतरने के बाद मणिपुर सरकार ने अगले पांच दिनों के लिए फिर से इंटरनेट पर बैन लगा दिया है।
बता दें, दो युवकों के शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इंफाल के स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों ने विरोध रैली निकालते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की थी। इन दोनों युवकों का जुलाई के महीने में अपहरण हुआ था। प्रदर्शनकारियों की इंफाल पूर्वी जिले के संजेनथोंग के पास पुलिस के साथ झड़प भी हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया था।
पुलिस के अधिकारी ने बताया कि जैसे ही प्रदर्शन कर रहे छात्र मुख्यमंत्री सचिवालय की तरफ बढ़ रहे थे। इसी दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हटाने के लिए कार्रवाई की। इसके अलावा लापता छात्रों के शवों की तस्वीरें सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। जिसके बाद से ही मणिपुर सरकार ने लोगों से संयम बरतने और अधिकारियों को दोनों के अपहरण और हत्या की जांच करने में सहयोग करने के लिए कहा है। दोनों युवकों की पहचान 20 वर्षीय फिजाम हेमजीत और 17 वर्षीय हिजाम लिनथोइनगांबी के रूप में हुई हैं।
बता दें, मणिपुर में पहली हिंसा 3 मई को हुई थी। मैतेई और कुकी समुदायों के बीच रुक-रुक कर होने वाली हिंसा तब से जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अभी तक मणिपुर में 175 से अधिक लोगों की जान गई है, और 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।