मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, गोलाबारी में 9 लोगों की मौत

इम्फाल। मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। जैसे ही सरकार और आम लोगों को लगता है कि तनाव शांत हो गया है। वैसे ही फिर गोलीबारी होने लगती है। पुलिस ने बताया कि बुधवार की सुबह इम्फाल पूर्वी जिले के खामेनलोक इलाके में गोलीबारी की एक घटना हुई है। इसमें नौ लोगों […]

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मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, गोलाबारी में 9 लोगों की मौत

Vikas Rana

  • June 14, 2023 1:32 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

इम्फाल। मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। जैसे ही सरकार और आम लोगों को लगता है कि तनाव शांत हो गया है। वैसे ही फिर गोलीबारी होने लगती है। पुलिस ने बताया कि बुधवार की सुबह इम्फाल पूर्वी जिले के खामेनलोक इलाके में गोलीबारी की एक घटना हुई है। इसमें नौ लोगों की मौत हुई है, जबकि 10 लोग घायल हुए है।

9 लोगों की हुई मौत

घटना को लेकर पुलिस ने बताया कि हथियारों से लैस उग्रवादियों ने इम्फाल पूर्वी जिले और कांगपोकी जिले की सीमा से लगते खामेनलोक क्षेत्र के ग्रामीणों को घेर लिया और लोगों पर हमला कर दिया। इसमें 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 लोग घायल हो गए। घायलों को इम्फाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें, ये क्षेत्र मैतई- बहुल इंफाल पूर्वी जिले और आदिवासी बहुल कांगपोकपी जिले की सीमाओं के साथ स्थित है।

मंगलवार को भी हुई थी हिंसा

इससे पहले मंगलवार को भी विष्णुपुर जिले के फौगाकचाओ इखाई में मंगलवार को सुरक्षा बलों की कुकी उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हुई थी। यहां कुकी उग्रवादी मैतई इलाकों के पास बंकर बनाने की कोशिश कर रहे थे, तभी सुरक्षा बलों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई थी।

क्या है पूरा मामला

पिछले एक महीने से मणिपुर में जारी हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 310 लोग घायल भी हुए है। बता दें, मणिपुर का मेइती समुदाय सरकार से उन्हें अनुसूचित जनजाति दर्जा देने की मांग कर रहा है। जबकि इसका कुकी और नागा समाज के लोग विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पहले से ही आर्थिक तौर पर मेइती समुदाय काफी ज्यादा मजबूत है, अगर उन्हें अनुसूचित जनजाति का भी दर्जा मिल जाता है तो कुकी समाज के लोगों को जो थोड़ी बहुत नौकरी मिल पाती है वो भी मिलना बंद हो जाएगी।

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