नई दिल्ली। चंद्रयान – 3 का विक्रम लैंड और प्रज्ञान रोवर आज नहीं बल्कि 23 सितंबर को जगेगा। इसकी जानकारी इसरो के स्पेस एप्लीकेशन सेंटर के डायरेक्टर नीलेश देसाई ने दी है। उन्होंने कहा कि इसरो चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर को कल 23 सितंबर को जगाने का प्रयास करेगा। फिलहाल लैंडर और रोवर निष्क्रिय […]
नई दिल्ली। चंद्रयान – 3 का विक्रम लैंड और प्रज्ञान रोवर आज नहीं बल्कि 23 सितंबर को जगेगा। इसकी जानकारी इसरो के स्पेस एप्लीकेशन सेंटर के डायरेक्टर नीलेश देसाई ने दी है। उन्होंने कहा कि इसरो चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर को कल 23 सितंबर को जगाने का प्रयास करेगा। फिलहाल लैंडर और रोवर निष्क्रिय हैं।
उन्होंने बताया कि चांद पर सुबह हो चुकी है। वहीं वहां रोशनी भी पूरी तरह से मिल रही है। लेकिन चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर को अभी तक पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिली है। चंद्रयान- 3 से कई इनपुट मिले हैं, जिनकी इसरो वैज्ञानिक गहनता से जांच कर रहे हैं। पिछले दस दिनों के डेटा का भी एनालिसिस किया जा रहा है। इस दौरान प्रज्ञान रोवर ने 105 मीटर तक मूवमेंट किया है।
इस दौरान चांद के तापमान से विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर पर कितना असर पड़ा है, वो चंद्रयान-3 के जगने के बाद ही पता चलेगा। इससे पहले आज यूरोपियन स्पेस एजेंसी के कोरोउ स्पेस स्टेशन से चंद्रयान-3 को लगातार संदेश भेजे जा रहे थे। लेकिन लैंडर की तरफ से रेसपॉन्स कमजोर है। यानी उसके पास से जिस तरह की ताकतवर रेडियो फ्रिक्वेंसी आनी चाहिए थी, वो नहीं आ रही थी। बता दें, इसरो ने 15 जुलाई के दिन चंद्रयान-3 को लॉन्च किया था और इसने 23 अगस्त के दिन चांद के दक्षिणी ध्रुव में लैंड किया था। ऐसा करने वाला भारत पहला देश था, जिसने दक्षिणी ध्रुव में अपने यान को लैंड कराया हो।