नई दिल्ली। राहुल गांधी के निष्कासन के मामले को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल का बयान आया है। वेदांत पटेल ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारतीय अदालतों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मामले में निगरानी बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने भारतीय […]
नई दिल्ली। राहुल गांधी के निष्कासन के मामले को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल का बयान आया है। वेदांत पटेल ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारतीय अदालतों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मामले में निगरानी बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने भारतीय भागीदारों के साथ हमारे संबंधों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सहित लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति साझा प्रतिबद्धता पर भारत सरकार के साथ हैं।
साथ ही कानून के शासन और न्यायिक स्वतंत्रता के लिए सम्मान, किसी भी लोकतंत्र की आधरशिला है और हम राहुल गांधी के मामले को भारतीय अदालतों में देख रहे हैं। बता दें, सूरत की अदालत ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कर्नाटक में एक चुनाव रैली के दौरान 2019 में की गई उनकी मोदी उपनाम टिप्पणी पर मानहानि के मामले में दो साल कैद की सजा सुनाई थी। इस मामले में राहुल गांधी के खिलाफ सूरत पश्चिम से भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था।
वहीं भारत के राजदूत और पत्रकार पर खालिस्तानी समर्थकों द्वारा किए गए हमले को लेकर प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि अमेरिका में राजनयिक कर्मियों के अलावा पत्रकारों के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा या हिंसा की धमकी एक गंभीर चिंता का विषय है। अमेरिका की सरकार इस बर्दाश्त नहीं करेगी। हम अमेरिका में रह रहे राजनयिकों की सुरक्षा के लिए सभी उचित कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके अलावा पत्रकारों पर भी हुए हमले स्वीकार्य नहीं है। हम दोनों ही घटनाओं की निंदा करते हैं।
बता दें, भारत में अमृतपाल के खिलाफ हुए एक्शन को लेकर लंदन के बाद रविवार के दिन सैन फ्रांसिस्कों में भारतीय दूतावास पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया था। इस दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने अस्थाई सुरक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए वाणिज्य दूतावास परिसर दो खालिस्तानी झंडे भी लगा दिए थे। बाद में वाणिज्य दूतावास के दो कर्मचारियों ने इन झंडों को हटा दिया था।